एन श्रीनिवासन के बोर्ड अध्यक्ष पद पर बरकरार रहने के संकेतों के बीच बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी मौजूदा आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मुद्दे पर चर्चा के लिये दिन में कई बैठकें कर चुके हैं.
पता चला है कि बीसीसीआई के कुछ शीर्ष अधिकारियों ने श्रीनिवासन से मुलाकात की और उन्हें यह बताने की कोशिश की कि बीसीसीआई की छवि और आईपीएल की साख को देखते हुए उनका पद से हटना ही बेहतर होगा. लेकिन सूत्रों ने कहा कि श्रीनिवासन ने अब तक पद से हटने में कोई रुचि नहीं दिखायी है, वह इस बात पर बरकरार हैं कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है.
श्रीनिवासन के दामाद और चेन्नई सुपरकिंग्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुरुनाथ मयप्पन की सट्टेबाजी में कथित संलिप्तता के कारण हुई गिरफ्तारी के बाद वह काफी दबाव में हैं. श्रीनिवासन चेन्नई सुपर किंग्स फ्रेंचाइजी के मालिक हैं.
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष अरुण जेटली ने भी श्रीनिवासन से मुलाकात की, हालांकि यह पता नहीं चला है कि दोनों के बीच क्या बात हुई. बोर्ड की विज्ञप्ति के अनुसार श्रीनिवासन शाम चार बजे प्रेस कांफ्रेंस करेंगे, जिससे अटकलें शुरू हो गयी हैं कि वह खुद ही पद से हट सकते हैं, लेकिन यह असंभव ही लगता है कि वह ऐसा करेंगे, क्योंकि कल ही उन्होंने कड़ाई से ऐसी संभावना से इनकार किया था कि कोई भी उन पर इस्तीफा देने के लिये दबाव नहीं डाल सकता.
बीती रात बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया द्वारा आयोजित किये गये रात्रि भोज में बीसीसीआई अधिकारियों और राज्य इकाई के प्रतिनिधियों को श्रीनिवासन से आमने-सामने होने का मौका मिला. सूत्रों ने कहा कि रात्रि भोज में शिरकत करने वाले बीसीसीआई अधिकारी इस समय अध्यक्ष पद में बदलाव के लिये दबाव डालने के पक्ष में नहीं दिखते.
श्रीनिवासन, आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला, डालमिया और बीसीसीआई के पूर्व सचिव निरंजन शाह ने अलग कमरे में लंबी चर्चा की थी. बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि श्रीनिवासन के हाव भाव अड़ियल ही थे और वह पद से हटने के लिये तैयार नहीं थे.
अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘ऐसा लगता है कि वह खुद ही पद से नहीं हटेंगे. कुछ सीनियर बीसीसीआई अधिकारी उनसे बात करेंगे और इसके बाद ही हमें स्पष्ट रूप से पता चलेगा कि वह क्या करना चाहते हैं.’