ब्रिसबेन टेस्ट में स्टीव स्मिथ पहली बार ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी कर रहे हैं और उन्होंने यहां कप्तानी पारी खेलते हुए शतक लगाया. इस दौरान वो बतौर कप्तान अपने पहले ही मैच में शतक लगाने वाले सबसे युवा ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बन गए.
इसके साथ ही स्मिथ जुड़ गए उस खास ऑस्ट्रेलियाई क्लब से जिसमें पहले टेस्ट में बतौर कप्तान शतक लगाने वाले कई दिग्गज मौजूद हैं. स्मिथ का यह शतक इसलिए भी खास है क्योंकि पिछले 100 सालों में ऐसा करने वाले वो केवल 5वें ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज हैं. बात अगर ओवरऑल रिकॉर्ड की करें तो स्मिथ 9वें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं जिन्होंने कप्तानी के पहले ही टेस्ट में शतक लगाया हो.
स्मिथ से पहले बिल मर्डोक (1880), मोंटी नोबेल (1903), क्लेम हिल (1910), वार्विक ऑर्मस्ट्रॉन्ग (1920), लिंडसे हैसेट (1949), ग्रेग चैपल (1975) और ग्राहम येलोप (1978) ने बतौर कप्तान अपने पहले ही टेस्ट में शतक लगाया था.
इतना ही नहीं, पिछले 36 सालों में और कोई भी कप्तान अपने पहले मैच में शतक नहीं लगा सका है. स्मिथ से पहले येलोप ने आखिरी बार पहले ही टेस्ट में बतौर कप्तान यह रिकॉर्ड बनाया था. उनसे पहले ग्रेग चैपल इस रिकॉर्ड बुक में शामिल हुए थे. चैपल ऐसे एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं जिन्होंने अपनी कप्तानी के पहले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाया है. बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के पहले एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाकर विराट कोहली भी चैपल के साथ इस क्लब से जुड़े थे.
अभी सोमवार को ही स्मिथ को चोटिल माइकल क्लार्क की जगह ऑस्ट्रेलिया का 45वां कप्तान नियुक्त किया गया है. वह इयान क्रेग (1957) और किम ह्यूज (1979) के बाद ऑस्ट्रेलिया के तीसरे सबसे युवा कप्तान हैं.