सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान कालेजों और स्कूलों के छात्रावासों में रहने वाले छात्र बारातघरों में ठहरेंगे जबकि विदेशी पर्यटक उनके छात्रावासों में.
राज्यसभा में खेल एवं युवा कार्यक्रम राज्यमंत्री प्रतीक प्रकाशबापू पाटिल ने साबिर अली के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान पर्यटकों को ठहराने के लिए कुछ कालेजों के छात्रावासों का उपयोग किया जाएगा. उन छात्रावासों के स्तर में सुधार किया जा रहा है और छात्रावासों के छात्रों को वैकल्पिक आवासों में ठहराया जाएगा.
उन्होंने बताया कि करीब एक लाख पर्यटकों के आने की संभावना है और उनके लिए करीब 40 हजार कमरों की जरूरत होती. उन्होंने एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में बताया कि राष्ट्रमंडल खेल गांव के लिए खान पान प्रबंध को आयोजन समिति अंतिम रूप दे चुकी है.
उन्होंने कहा स्वयंसेवकों, मीडिया, वीआईपी लोगों, खेल परिवार, पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए खान पान सेवा के प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. पाटिल ने एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों के समारोहों के लिए बजट 106 करोड़ रुपए था जिसे बढ़ाकर 300 करोड़ रुपए कर दिया गया है.
उन्होंने इस बात से इंकार किया कि राष्ट्रमंडल खेलों से संबंधित व्यय के लिए दलित कल्याण निधि का उपयोग किया गया है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रमंडल खेलों के लिए 18 प्रतियोगिता स्थलों को विकसित किया जा रहा है. इनमें से 17 स्थल पूरे हो चुके हैं और एक स्थल को 15 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा.
पाटिल ने बताया कि एमटीएनएल राष्ट्रमंडल खेलों के लिए दूरसंचार सेवा प्रदाता के रूप में नेटवक मुहैया कराएगा और इसके लिए सरकार ने 182 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं.