सुप्रीम कोर्ट ने न्यायमूर्ति मुद्गल समिति से पूछा कि क्या वह एन श्रीनिवासन और उन वरिष्ठ क्रिकेटरों के खिलाफ जांच करने के इच्छुक है जिनका नाम सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग को लेकर उसकी रिपोर्ट में शामिल है.
कोर्ट ने जस्टिस मुद्गल से यह भी पूछा कि क्या वो एसआईटी प्रमुख बनेंगे. भारत क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की जांच कमेटी पर सवाल उठाने वाले याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने सुनवाई के दौरान बीसीसीआई की तीन सदस्यीय जांच कमेटी को खारिज कर दिया.
मालूम हो कि बीसीसीआई ने स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच के लिए तीन नाम सुझाए थे. इनमें कमेंटेटर रवि शास्त्री, पूर्व कलकत्ता हाईकोर्ट के जज जेएन पटेल और पूर्व सीबीआई डायरेक्टर आरके राघवन का नाम शामिल था.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि समिति जांच करने को लेकर सहमत होती है तो उसे जांच एजेंसियों की मदद मुहैया कराई जाएगी. कमेटी की तरफ से कोर्ट में पेश हुए सुब्रमणियम को जवाब के लिए अपराह्न दो बजे तक का समय दिया गया है.
कोर्ट ने वरिष्ठ वकील गोपाल सुब्रमणियम से पूछा कि क्या न्यायमूर्ति मुद्गल मामले की
जांच के इच्छुक हैं. कोर्ट ने कहा कि उसे आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग की जांच के लिए सीबीआई और पुलिस पर भरोसा नहीं है. कमेटी की तरफ से कोर्ट में पेश हुए सुब्रमणियम को जवाब के लिए अपराह्न दो बजे तक का समय दिया गया है.