एशियाई चैम्पियन सुरंजय सिंह (52 किग्रा) और अमनदीप सिंह (49 किग्रा) ने शनिवार को तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रमंडल खेलों की मुक्केबाजी स्पर्धा के सेमीफाइनल में प्रवेश कर कम से कम दो पदक पक्के किये.
भारतीय मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन बरकरार है, जिसमें भारतीय मुक्केबाज अमदनदीप और सुरंजय ने अपने वर्ग में मलेशिया के क्रमश: मोहम्मद फौद और मोहम्मद सुबरी को परास्त कर राष्ट्रमंडल खेलों में अपने पहले पदक पक्के किये.
अमनदीप ने फौद को 7-1 और सुरंजय ने सुबरी को 9-2 से परास्त किया. अब उनका सामना आयरलैंड के पैडी बार्नेस से होगा, जिन्होंने क्वार्टरफाइनल बाउट में आस्ट्रेलिया के एंड्रयू मोलोनी से 5-3 से हराया.
सुरंजय पाकिस्तान के हारून इकबाल से भिड़ेंगे, जिससे यह मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच रहेगा. ब्रिटेन में बसे इकबाल जो पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वह तीन राउंड की बाउट के बाद वेल्स के एंड्रयू सेल्बी से 3-3 की बराबरी पर थे लेकिन उन्होंने काउंटबैक पर जीत दर्ज की.
राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदकधारी अमदनदीप ने बाउट के बाद कहा, ‘मैं राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला पदक पक्का कर काफी खुश हूं, लेकिन जब तक मुझे स्वर्ण पदक प्राप्त नहीं होता तब तक मेरा काम खत्म नहीं होगा.’{mospagebreak}
दिलचस्प बात यह है कि अमनदीप ने इस साल के शुरू में हुई राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में फौद को इसी अंतर से परास्त किया था. दोनों के बीच बाउट में काफी ड्रामा हुआ क्योंकि इसमें शुरूआती राउंड में दोनों कोई भी अंक हासिल नहीं कर सके. अमनदीप को बाद में अंक फौद की कमजोरी से मिले जिसमें इस मलेशियाई को बाउट में दो बार चेतावनी दी गयी. जिसके बाद फौद ने अमनदीप पर सिर से प्रहार किया.
अमनदीप ने कहा, ‘पंच लगाने में इसलिये परेशानी हो रही थी क्योंकि वह काफी परेशानी कर रहा था.’ सुरंजय ने भी निराश नहीं किया. पिछले एक साल में छह स्वर्ण पदक जीत चुका यह मणिपुरी सातवें सोने के तमगे की तरफ बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा, ‘जब तक मैं स्वर्ण पदक नहीं हासिल करता, मुझे खुशी नहीं होगी. सेमीफाइनल में पहुंचना ठीक है लेकिन अभी काफी कुछ जीतना है.’ सुरंजय ने पिछले साल अंतर उपमहाद्वीपिय प्रेसिडेंट कप में स्वर्ण पदक जीता था. इस 24 वर्षीय ने कहा, ‘एक बार विपक्षी मुक्केबाज का खेल समझने के बाद मेरे लिये मुश्किल नहीं होता.’