आखिरकार भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने बताया कि बीमार बेटी के इलाज को लेकर वह पिछले कुछ महीने क्रिकेट से दूर रहे. 30 वर्षीय इस बल्लेबाज को लेकर चर्चा का दौर जारी रहा कि वे शादी के बाद अब क्रिकेट में रुचि नहीं रखते हैं.
रैना ने अपनी सफाई में ऐसा कहा-
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा,' लोगों को तो बोलने का मौका चाहिए. मुझे अपनी बेटी को अस्पताल ले जाना है, मुझे घर पर काम करना है. मुझे नहीं पता कि लोग इसके लिए मेरी कितनी आलोचना कर सकते हैं. बाहर का बंदा नही आएगा न ये सब करने ?'
चिकन पॉक्स के कारण घरेलू क्रिकेट नहीं खेल पाया
हालांकि, रैना का कहना है कि वह अब भी इस खेल को पहले जैसा ही पसंद करते हैं. चिकन पॉक्स और बुखार ने उन्हें दलीप ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट से दूर रखा. रैना ने यह भी कहा कि उन्होंने स्टेट सलेक्टर्स और बीसीसीआई को अपनी स्थिति के बारे में बताया था.
पहले जैसी आक्रामक बल्लेबाजी नहीं
2005 में भारत के लिए डेब्यू करने के बाद से रैना सीमित ओवरों के मुकाबलों के दौरान लगातार टीम में बने रहे. लेकिन 2015 के वर्ल्ड कप के बाद से रैना अपने स्वाभाविक लय में नहीं दिखे. पहले जैसी आक्रामक बल्लेबाजी उनसे दूर होती चली गई और इसी वजह से वह टीम इंडिया में अपना स्थान बरकरार नहीं रख पाए.
बीसीसीआई ने कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर किया
रैना के मुद्दे ने तब तूल पकड़ा, जब बीसीसीआई ने यूपी के इस क्रिकेटर को सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया. बोर्ड का यह फैसला रैना के फैंस के लिए किसी आघात से कम नहीं था यूपी के कोच रिजवान शमशाद ने तो इतना तक कह दिया कि शादी के बाद उनकी प्राथमिकताएं बदल गई हैं और उनके लिए खेल पर ध्यान लगाना मुश्किल हो गया है.
...लेकिन आईपीएल में उनकी अलग पहचान
हालांकि आईपीएल में इस बाएं हाथ के बल्लेबाज का जबर्दस्त रिकॉर्ड है. गुजरात लायंस का यह कप्तान आईपीएल में विराट कोहली (4110 रन) के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज (4098 रन) है.