जब मोदी सरकार ने अपने सभी विभागों को हिंदी में काम-काज करने के लिए फरमान जारी किया तो देश के अंदर ही हंगामा मच गया. घोर विरोध के बाद इस प्रस्ताव पर मोदी सरकार को सफाई जारी करनी पड़ी. लेकिन गुरुवार को इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने कुछ ऐसा किया जिसे देखकर लगता है कि हिंदी के अच्छे दिन आ रहे हैं.
दरअसल, इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के आधिकारिक ट्विटर प्रोफाइल से हिंदी में ट्वीट किया गया. यह बेहद ही चौंकाने वाला वाकया है, क्योंकि आम तौर पर ऐसा कभी नहीं होता जब किसी देश के क्रिकेट बोर्ड के आधिकारिक ट्विटर प्रोफाइल से दूसरे देश की भाषा में ट्वीट किया जाए. दूसरे देश की भाषा छोड़िए, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने तो आज तक शायद ही कभी हिंदी में ट्वीट किया हो. लेकिन क्रिकेट की भाषा तो ग्लोबल है और यह ईसीबी जानता है.
इन दिनों भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के दौरे पर है. दोनों के बीच नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान में टेस्ट मैच खेला जा रहा है. मैच के पल-पल का हाल बीसीसीआई और ईसीबी के ट्विटर प्रोफाइल पर भी देखा जा सकता है. इसी क्रम में ईसीबी ने पहले अंग्रेजी में ट्वीट करके अपने फॉलोअर से ट्रेंट ब्रिज में आज के कार्यक्रम पर राय देने को कहा. इस ट्वीट के साथ एक तस्वीर भी थी जिसमें बायीं तरफ चेतेश्वर पुजारा की फोटो थी और दायीं तरफ स्टुअर्ट ब्रॉड की. इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड का अगला ट्वीट हिंदी में था.
Grab your programme at @TrentBridge! Two covers to pick from, which one will you go for? Pujara or Broad? #EngvInd pic.twitter.com/LHBs86ny5p
— England Cricket (@ECB_cricket) July 10, 2014
इस ट्वीट के थोड़ी देर बाद ईसीबी ने मैच के हाल पर ट्वीट किया. यह ट्वीट भी हिन्दी में ही था.कृपया ट्रेंट ब्रिज में आज के कार्यक्रम का चयन करें। इन दोनों में से आप किसे चुनना चाहेंगे? pic.twitter.com/3fPeipjqPs
— England Cricket (@ECB_cricket) July 10, 2014
इंग्लैंड ने भारत के ४५७ के जवाब में दूसरा दिन ४३-१ पऱ खत्म किया pic.twitter.com/1vb0SwJVPD
— England Cricket (@ECB_cricket) July 10, 2014
अब सवाल यह है कि ईसीबी के सोशल मीडिया विभाग ने हिंदी में कैसे ट्वीट किया? गूगल ट्रांसलेटर के जरिए अंग्रेजी को हिंदी में अनुवाद तो किया जा सकता है पर इसमें व्याकरण की गलती की संभावना ज्यादा होती है पर ईसीबी का ट्वीट बिल्कुल सही था. वैसे भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज को कवर करने के लिए कई हिंदी पत्रकार और कमेंटेटर भी नॉटिंघम में मौजूद हैं. शायद उनमें से ही किसी ने ही ईसीबी की मदद की होगी. इंग्लैंड क्रिकेट के इस अनोखे प्रयोग के बाद इतना तय है कि भारत में इस ट्विटर प्रोफाइल को फॉलो करने वालों की संख्या बढ़ने वाली है.