हैदराबाद ने अपने गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर शनिवार को दिल्ली को टी-20 लीग के मौजूदा संस्करण के न्यूनतम स्कोर पर समेटने के बाद छह विकेट से जीत दर्ज की.
इस हार के साथ ही दिल्ली टी-20 लीग से बाहर भी हो गई. दिल्ली की टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 19.1 ओवर में सिर्फ 80 रनों पर आउट हो गई. इसके जवाब में हैदराबाद ने 37 गेंद शेष रहते चार विकेट खोकर जीत का लक्ष्य हासिल कर लिया.
दिल्ली की टीम दूसरी बार 100 से कम के स्कोर पर आउट हुई है. पहली बार पिछले महीने चेन्नई के खिलाफ फिरोजशाह कोटला मैदान पर उसे यह शर्मिदंगी झेलनी पड़ी थी.
दिल्ली अब 11 मैचों में सिर्फ छह अंक लेकर नीचे से दूसरे स्थान पर है. इस हार के साथ ही अगले दौर में प्रवेश की उसकी उम्मीदें खत्म हो गईं. वहीं हैदराबाद 11 मैचों में 14 अंक लेकर तीसरे स्थान पर पहुंच गया.
हैदराबाद के लिये डेल स्टेन, तिसारा परेरा और डेरेन सैमी ने दो-दो विकेट लिये जबकि ईशांत शर्मा, करण शर्मा और अमित मिश्रा को एक-एक विकेट मिला.
सैमी ने बाद में नाबाद 18 रन भी बनाये जिसकी वजह से उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया. दिल्ली ने सबसे पहले कप्तान महेला जयवर्धने का विकेट गंवाया जिन्हें ईशांत शर्मा ने पगबाधा आउट किया. उसके बाद वीरेंद्र सहवाग का ऑफ स्टम्प डेरेन सैमी ने उखाड़ा.
इस विकेट का जश्न उन्होंने मुंह में चुसनी लेकर मनाया. दो बड़े बल्लेबाजों के आउट होने के बाद पारी को सुधारने का जिम्मा डेविड वार्नर पर था जो अमित मिश्रा की गेंद पर स्टम्प आउट हो गए.
उन्मुक्त चंद ने दिल्ली के लिये सर्वाधिक 17 रन बनाये. इसी से पता चलता है कि बाकी बल्लेबाजों ने कितना खराब प्रदर्शन किया. दिल्ली के बल्लेबाज स्टेन एंड कंपनी का सामना नहीं कर सके और सिर्फ 19.1 ओवर में आउट हो गए. पूरी पारी में एकमात्र छक्का महेला जयवर्धने ने लगाया.
जवाब में हैदराबाद ने भी चार विकेट गंवा दिये. पांचवें ही ओवर में शिखर धवन को जोहान बोथा ने पगबाधा आउट किया. धवन ने 16 गेंद में चार चौकों की मदद से 22 रन बनाये.
अगले ओवर में आशीष रेड्डी (पांच) को आशीष नेहरा ने पवेलियन भेजा. उस समय स्कोर 41 रन था. इसमें दो रन जुड़े थे कि पार्थिव पटेल (14) भी अजंता मेंडिस की गेंद पर चूके और केदार जाधव ने स्टम्पिंग करने में चुस्ती दिखाकर उन्हें पवेलियन भेजा.
कप्तान कुमार संगकारा बोथा की गेंद पर उमेश यादव को कैच देकर आउट हुए. सैमी (18) और हनुमा विहारी (11) ने इसके बाद कोई विकेट नहीं गिरने दिया और टीम को जीत तक पहुंचाया.