टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी को आदत है विजयी शॉट जड़ने की. जब भी मौका मिलता है धोनी छक्का जड़कर टीम इंडिया को जीत का सेहरा जरूर पहनाते हैं. लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में धोनी ने एक बड़ा बलिदान दिया अपने जांबाज बल्लेबाज विराट कोहली के लिए.
धोनी का 'बलिदान'
इस मैच में धोनी के पास एक बार फिर मौका था विजयी शॉट खेलने का लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर सिंगल लेकर धोनी टीम इंडिया को जीत दिला सकते थे. लेकिन हेंडरिक्स की आखिरी गेंद पर धोनी बिना रन लिए खड़े रहे जिससे आखिरी ओवर में विनिंग शॉट खेलने का मौका विराट को मिल जाए और विराट ने भी धोनी के इस गिफ्ट को दिल खोलकर कबूल किया.
विराट का चौका बना विनिंग शॉट
20वां ओवर करने के लिए डेल स्टेन आए और विराट ने उनकी पहली ही गेंद पर जबर्दस्त चौका जड़कर टीम इंडिया को जीत दिलाई. उस समय जीत के लिए टीम इंडिया को 1 रन की ही दरकार थी. विराट ने 44 गेंदों पर 72 रनों की शानदार पारी खेली और इस दौरान 5 चौके और 2 छक्के भी जड़े.
... तो इसलिए धोनी ने नहीं लिया था रन
विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया. मैच के बाद प्रेजेंटेशन के दौरान धोनी ने बताया कि आखिर क्यों उन्होंने आखिरी गेंद पर रन नहीं लिया था. धोनी ने कहा- 'नंबर-3 पर विराट का होना टीम के लिए शानदार है. हर किसी के पास उससे सीखने के लिए कुछ न कुछ है. मैं विराट के लिए सबसे अच्छा यही कर सकता था कि उसे विनिंग शॉट खेलने का मौका दूं और इसी लिए मैंने 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर रन नहीं लिया.'
धोनी की कप्तानी में नहीं हारे हैं सेमीफाइनल में...
टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में आज तक जितने भी सेमीफाइनल मैच खेले हैं, उसमें से एक भी नहीं हारा है. धोनी की कप्तानी में अगर टीम सेमीफाइनल तक पहुंची है तो फाइनल में जरूर गई है. ये आंकड़ा साबित करता है कि धोनी कितने शानदार कप्तान हैं!