
पाकिस्तान का एक 'चालाक' ऑफ स्पिनर 34 साल पहले टेस्ट सीरीज खेलने भारत आया था. इस दौरे में इस गेंदबाज ने ऐसा कुछ किया जिससे उसने पाकिस्तानियों के दिल खास जगह बना ली. बात हो रही है तौसीफ अहमद की, जो आज (10 मई) 63 साल के हो गए. मशहूर अमेरिकी सिंगर लियोनेल रिची से मिलता-जुलता उनका चेहरा उन्हें सुर्खियों में रखा. पांच ग्रैमी अवॉर्ड जीत चुके रिची ने अपने जमाने में धूम मचाई थी.
1987 के बेंगलुरु टेस्ट में यादगार प्रदर्शन
1980 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में 7 विकेट लेने वाले तौसीफ की काबिलियत 7 साल बाद सामने आई. जब उन्होंने 1987 के बेंगलुरु टेस्ट में पाकिस्तान की भारत पर 16 रनों से रोमांचक जीत में अहम भूमिका निभाई. उस जीत के साथ ही पाकिस्तान ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज 1-0 से जीत ली. स्पिन का जोर चले उस टेस्ट में तौसीफ और इकबाल कासिम ने 9-9 विकेट चटकाए थे.
गावस्कर भी वह टेस्ट नहीं बचा पाए थे
उस बेंगलुरु टेस्ट को जीतने के लिए भारत को 221 रनों का लक्ष्य मिला था. सुनील गावस्कर ने अपनी तरफ से भरपूर कोशिश की. लगातार गिरते विकेटों के बीच उन्होंने एक छोर संभाले रखा. गावस्कर जब शानदार 96 रन बनाकर आउट हुए, तो भारत का स्कोर 180/8 रन था. आखिरकार भारत वह टेस्ट मैच और सीरीज नहीं बचा पाया. उस पारी में तौसीफ-कासिम ने 4-4 विकेट निकाले. यह सुनील गावस्कर का आखिरी टेस्ट मैच था.
कादिर-कासिम के रहते तौसीफ फीके ही रहे
तौसीफ अहमद ने अपने करियर के 34 टेस्ट मैचों में 93 विकेट अपने नाम किए. लेकिन अब्दुल कादिर और इकबाल कासिम जैसे कामयाब स्पिनर्स के रहते वे पाकिस्तान में ज्यादा चमक नहीं पाए. उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच 1993 में जिम्बाब्वे के खिलाफ कराची में खेला, जिसमें उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था.