टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने पहली बार रवींद्र जडेजा और जेम्स एंडरसन विवाद पर खुलकर बात की है. धोनी ने जडेजा को दी गई सजा को बिना वजह करार देते हुए आईसीसी के फैसले को दुखद बताया है.
धोनी ने कहा, 'मेरे लिए यह बेहद दुखद फैसला है. मुझे लगता है कि इस मामले पर फैसला करते हुए बहुत सी बातों को अनदेखा किया गया.' गौरतलब है कि जडेजा और एंडरसन के बीच ट्रेंट ब्रिज में जब यह विवाद हुआ तो धोनी उनके साथी बल्लेबाज के तौर पर साथ मौजूद थे. धोनी ने पूरा घटनाक्रम बताते हुए कहा, 'मैं इस मामले में किसी और का नाम नहीं लेना चाहता. लेकिन हम मैदान से स्टेडियम की ओर जा रहे थे कि एक इंग्लिश क्रिकेटर ने जडेजा के लिए अपशब्द कहे. मुझे बीच बचाव के लिए आना पड़ा और जब हम मैदान से बाहर निकलने ही वाले थे कि मामला और बिगड़ गया.'
धोनी ने कहा, 'मैदान से बाहर निकलते वक्त जडेजा मुझसे कुछ ही गज की दूरी पर थे. उन्हें कुछ गलत बातें कही गईं, जिस पर वह कहने वाले व्यक्ति की तरफ पलटे तो उन्हें धक्का दे दिया गया. जडेजा बमुश्किल खुद को गिरने से संभाल पाए. वह पीछे यह देखने के लिए मुड़ा कि आखिर हो क्या रहा है, और उस पर पीछे घूमने के लिए जुर्माना लगा दिया गया.'
गौरतलब है कि आईसीसी ने जडेजा-एंडरसन के बीच हुए झगड़े में जडेजा को आईसीसी आचार संहिता श्रेणी-1 का उल्लंघन करने का दोषी पाया . शुक्रवार को टीम इंडिया के इस ऑलराउंडर पर मैच के 50 फीसदी फीस का जुर्माना लगाया गया.
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद जडेजा पर श्रेणी-2 के उल्लंघन का आरोप लगा था. मामले की सुनवाई करते हुए मैच रेफरी डेविड बून ने कहा था कि वह इससे सहमत नहीं हैं कि जडेजा ने श्रेणी-2 का उल्लंघन किया है. बून मे हालांकि कहा कि जडेजा जरूर खेल भावना के खिलाफ व्यवहार करने के दोषी हैं.