टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी का हर कोई कायल हो चुका है. इसी फेहरिस्त में पूर्व खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण भी अब शामिल हो गए हैं. धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी और उसके बाद वेस्टइंडीज में ट्राई सीरीज का खिताब जीता.
लक्ष्मण ने 18 अगस्त 2012 को इंटरनेशनल क्रिकेट से जब संन्यास लिया था तब उनके और धोनी के बीच मतभेद होने की खबर आई थी. लक्ष्मण ने अपनी रिटायरमेंट पार्टी में भी धोनी को बुलावा नहीं भेजा था. इसके बाद हालांकि धोनी और लक्ष्मण दोनों ने ही आपस में मतभेदों की खबरों को झूठा करार दिया था.
लक्ष्मण ने कहा, ‘उसका रिकार्ड (सभी वर्ल्ड कप जीतना) खुद सब कुछ बयां करता है. उसमें बेजोड़ क्षमता है कि वह मुश्किल हालात से बेहद आसानी से निपट लेता है. वह भावनात्मक रूप से इससे नहीं जुड़ता और यह उसकी विशेषता है. भारत भाग्यशाली है कि उसके पास धोनी जैसा कप्तान है.’
पिछले साल अगस्त में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले लक्ष्मण ने हालांकि धोनी और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बीच किसी तरह की तुलना से इनकार कर दिया. ऑलराउंडर के रूप में रवींद्र जडेजा का उभरना और शीर्ष क्रम में शिखर धवन की शानदार बल्लेबाजी भारतीय क्रिकेट के लिए हाल में दो सकारात्मक चीजें रहीं और लक्ष्मण ने कहा कि जडेजा जैसी प्रतिभा खोजने का श्रेय धोनी को दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘धोनी ने उसका पूरा समर्थन किया विशेषकर गेंदबाज के रूप में जडेजा का इस्तेमाल अच्छा रहा. वह बेहतरीन क्षेत्ररक्षक और अच्छा बल्लेबाज भी है. जडेजा भारतीय क्रिकेट में अहम खिलाड़ी के रूप में उभरा है और धोनी की तारीफ की जानी चाहिए.’ धवन के बारे में लक्ष्मण ने कहा, ‘(आईपीएल फ्रेंचाइजी) सनराइजर्स हैदराबाद के साथ जुड़े होने के दौरान मैंने उसके मेंटर की भूमिका निभाई. उसमें हमेशा से प्रतिभा रही है और उसने अपने रुख में जो बदलाव किया है उसका उसे फायदा मिला है.’
लक्ष्मण ने कहा कि गत चैंपियन और दुनिया की नंबर एक वनडे टीम भारत 2015 वर्ल्ड कप के लिए सही दिशा में जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘हमने इंग्लैंड को इंग्लैंड में (पिछले महीने चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान) जिस तरह हराया वह शानदार रहा. इस प्रदर्शन के लिए युवाओं को भी श्रेय दिया जाना चाहिए. 2015 वर्ल्ड कप से पहले यह टीम सही दिशा में जा रही है.’
वेस्टइंडीज में हाल में खत्म हुई ट्राई सीरीज में भारत की सफलता के बारे में लक्ष्मण ने कहा, ‘एक बार फिर उसने अपने खेल के शीर्ष पर रहते हुए धैर्य बनाए रखा. युवा खिलाड़ियों में वह जिस तरह आत्मविश्वास भर रहा है वह सराहनीय है. धोनी और उसकी टीम को श्रेय जाता है.’ लक्ष्मण ने साथ ही उम्मीद जताई कि सचिन तेंदुलकर इस साल के अंत में होने वाले दक्षिण अफ्रीका दौर में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहेंगे.
दक्षिण अफ्रीका के पिछले दौरे (2010-11) पर तेंदुलकर ने सेंचुरियन और केपटाउन में दो शतक जड़े थे. इस दौरे को याद करते हुए लक्ष्मण ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि वह अपने दो शतक की अच्छी यादों के साथ वहां जाएगा.’
2011 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित हैदराबाद के इस कलात्मक बल्लेबाज ने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि इस बार भी उसके लिए सीरीज शानदार रहेगी.’ दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारत को शुभकामना देते हुए लक्ष्मण ने कहा, ‘भारत ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराने के आत्मविश्वास के साथ वहां जाएगा, लेकिन विदेशी सरजमीं पर मिली जीत से आपके अंदर काफी आत्मविश्वास आता है और इससे आपको काफी कुछ सीखने को मिलता है. मुझे यकीन है कि वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे.’