एक अरब से भी ज्यादा लोगों की निगाहें इस मैच पर थीं, हालांकि भारत में इस मैच को किसी भी तरह से देख पाना संभव नहीं था क्योंकि टीवी क्या इंटरनेट पर भी इस मैच का प्रसारण नहीं हो रहा था. फिर भी लोग किसी तरह से इस मैच का हाल जानने के लिए उत्सुक थे. जो लोग टीम इंडिया के मैचों में दिलचस्पी नहीं भी रखते थे वो भी ओमान के खिलाफ भारतीय टीम के प्रदर्शन के बाद आज के मैच का हाल जानने के लिए परेशान थे.
ट्विटर और फेसबुक के जरिए जैसे-तैसे मैच की खबरें छन-छन कर आ रही थी. जब मैच के 38वें मिनट में खबर मिली की गोल तो हो गया लेकिन गुआम की तरफ से, तो भारतीय प्रशंसकों ने सोचा कि कोई बात नहीं हमारे पास छेत्री है वो बदला लेगा. लेकिन धीरे-धीरे समझ आने लगा कि इस मैच में हमारे लिए कुछ नहीं रखा है और लगभग 4500 स्थानीय दर्शकों के सामने खेल रहे हमारे खिलाड़ियों के हाथ से ये मैच निकल चुका है.
और मैच के 62वें मिनट में इस बात पर मुहर लगाई गुआम के ट्रेविस ने जब उन्होंने अपनी टीम की बढ़त को दोगुना कर दिया.पूरे मैच में एक बार ऐसा नहीं लगा कि भारतीय टीम फीफा रेंकिंग में अपने से 33 स्थान नीचे की टीम से खेल रही है, भारत के खिलाड़ी बिल्कुल भी लय में नहीं थे. 2018 फीफा विश्वकप के क्वालीफायर्स के दूसरे राउंड के दूसरे मैच में भी भारतीय टीम को हार मिली इस बार भी स्कोर रहा 2-1.
हालांकि भारतीय स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने मैच के अतिरिक्त समय में जरूर एक गोल दागा लेकिन वो गोल मैच बचाने के लिए काफी नहीं था. अपने पिछले मैच में तुर्कमेनिस्तान को 1-0 से हराने वाली गुआम की टीम इस जीत के साथ ही ग्रुप डी में शीर्ष पर पहुंच गई.इस हार से भारत की 2018 फीफा विश्वकप के क्वालीफायर्स में शीर्ष तीन में आने की उम्मीदों को भी झटका लगा है. जिसके चलते भारतीय टीम की 2019 एशिया कप में सीधे प्रवेश पाने की संभावनाओं पर भी असर पड़ेगा.