अब तक के सबसे बड़े राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में सात वर्षीय एक बालक ने तबले की थाप से सबका दिल मोह लिया. और दर्शक उस समय दांतो तले उंगली दबाये बिना नहीं रह सके जब इस प्रतिभाशाली बालक की तबले की थाप के साथ करीब 800 ढोल वादकों ने ताल मिलायी.
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और प्रिंस चार्ल्स सहित लगभग 60,000 दर्शकों का ध्यान आकषिर्त करने वाले पुडुचेरी के केशव ने आज लाजवाब प्रस्तुतियों से भरे राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह में बड़े सधे हुए तरीके से उंगलियों की थिरकन के जरिये सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया.
पुडुचेरी के ऑरोविल से आये इस बाल तबला नवाज ने उद्घाटन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति का सिलसिला शुरू होने के बाद ‘रिदम्स ऑफ इंडिया’ के तहत तबले पर पेशकश दी.
जब केशव ने तबले पर थाप देनी शुरू की तब विविध तरह के 800 ढोल भी बज रहे थे जो मणिपुर के पुंग चोलम से लेकर केरल के चेंदा जैसे क्षेत्रों में प्रसिद्ध हैं. इनमें मेघालय के वांगला, उड़ीसा के कोया, महाराष्ट्र के गज्जा और असम के बीहू लोककला शैली के ढोल भी शामिल थे.
इस बीच, जैसे ही केशव ने अपना तबला वादन शुरू किया, दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका हौसला बढ़ाया. केशव ने किसी मंजे हुए कलाकार की तरह प्रस्तुति दी और सबको मुग्ध कर दिया.