इंग्लैंड में खेलने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रचने वाली गोलकीपर अदिति चौहान ने इंगलिश प्रीमियर लीग के अपने पहले ही सीजन में 'द एशियन फुटबॉल अवॉर्ड' तो जीत लिया है. लेकिन इस अवॉर्ड को जीतने के साथ ही वेस्ट हैम यूनाइटेड की इस गोलकीपर के सामने बड़ा संकट आ गया है. दरअसल स्टूडेंस वीजा पर यूके गई अदिति का वीजा एक्सपायर होने वाला है जिसके बाद वो वेस्ट हैम लेडीज के लिए खेलना तो दूर यूके में रह भी नहीं पाएंगी..
दमदार खेल से बनाई पहचान
यूके पढ़ने आई टीम इंडिया की गोलकीपर अदिति ने बीते अगस्त में अपनी काबिलियत के दम पर प्रीमियर लीग की टीम वेस्ट हैम यूनाइटेड लेडीज के लिए खेलने का करार हासिल कर लिया. वेस्ट हैम के लिए खेलते हुए अदिति ने अपने दमदार प्रदर्शन के दम पर 'द एशियन फुटबॉल अवॉर्ड' जीत लिया. अपने प्रदर्शन से अक्सर सुर्खियों में रहने वाली इस गोलकीपर को अब अपना भविष्य अधर में दिखाई दे रहा है.
अधर में दिख रहा है भविष्य
अदिति को ये भी नहीं पता कि वो यूके में अपना पहला सीजन पूरा कर पाएगी या नहीं. दरअसल अदिति का स्टूडेंट वीजा फरवरी में एक्सपायर हो जाएगा. अदिति का क्लब वेस्ट हैम ना तो उसे वीजा दे सकता है और ना ही उसके खेल के बदले में उसे किसी तरह का कोई भुगतान कर सकता है. दरअसल FA के नियमों के मुताबिक थर्ड टियर का इंगलिश वीमेंस लीग क्लब अपने प्लेयर्स को किसी भी तरह से पेमेंट नहीं कर सकता. पढ़ाई तक तो ठीक था क्योंकि अदिति यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहती थी लेकिन लंदन में रेंट पर रहना, खाना, ट्रैवल करना कितना महंगा है ये तो किसी से छिपा नहीं है. अब इन हालात में अदिति की सारी मेहनत पर पानी फिरता दिख रहा है.
चाहने वालों ने लगाई विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार
अदिति की परेशानियां देखकर उसके भारतीय और ब्रिटिश फैन्स साथ मिलकर भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की संस्थापक कंपनी की मालकिन नीता अंबानी से उसकी मदद मांगने के लिए ऑनलाइन कैंपेन चला रहे हैं. उनकी मांग है कि भारतीय सरकार अदिति को वर्क वीजा दिलाने में मदद करे जिससे वो वेस्ट हैम यूनाइटेड लेडीज के लिए अपना सीजन खत्म कर सके. इसके साथ ही वो अदिति के लिए आर्थिक मदद भी चाहते हैं. कुछ घंटों पहले शुरू हुई इस मुहिम को अब तक सैकड़ों लोग अपना समर्थन दे चुके हैं.