हमारे देश में कहते हैं कि 'मेहमान भगवान समान होता है' टीम इंडिया के 'होनहार' गेंदबाज इशांत शर्मा ने इस कहावत को कुछ ज्यादा ही गंभीरता से ले लिया. और मेहमानों की खातिरदारी करते हुए उन्हें अपनी ही टीम की जीत तोहफे में दे दी. ऐसा करने के लिए बड़ा दिल चाहिए और इशांत ने मोहाली में खेले गए 7 मैचों की वनडे सीरीज के तीसरे मैच में गजब की दरियादिली दिखाई.
धोनी ने दिखाया क्यों हैं वो 'कैप्टन कूल'
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर जब टीम इंडिया को बल्लेबाजी का न्योता दिया ही था, तब ही से मेजबानों की मुश्किलें शुरू हो गई थीं. 154 रनों तक 6 विकेट गंवा चुकी थी टीम इंडिया. लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर साबित किया कि उन्हें ऐसे ही 'कैप्टन कूल' नहीं कहा जाता. पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर धोनी ने टीम इंडिया का स्कोर 50 ओवरों में 303 तक पहुंचाया, वो भी तब जब 250 रन बनना भी मुश्किल दिख रहा था. धोनी कप्तानी पारी खेलते हुए 139 रन बनाकर नाबाद लौटे. लेकिन उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं था कि उनके तेज गेंदबाज इशांत इस पारी को अपनी गेंदबाजी से जाया कर देंगे.
कंगारुओं की जीत के हीरो रहे इशांत!
भले ही मैन ऑफ द मैच जेम्स फॉकनर को चुना गया हो, लेकिन मेहमानों की असली जीत के हीरो रहे इशांत शर्मा. चौंकिए मत, इशांत का आठवां ओवर देखकर तो बिल्कुल ऐसे ही लगा था कि वो कंगारुओं को जीत दिलाने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं. एक समय था जब इशांत पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज रिकी पोंटिंग के लिए 'खतरा' साबित होते थे. इस मैच में ऐसा लग रहा था कि वो अपनी गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई टीम को जीत का तोहफा देना चाहते थे और साथ ही पंटर (पोंटिंग का निकनेम) से माफी मांगना चाहते थे. अब पंटर तो इशांत को माफ कर ही देंगे, लेकिन देखने वाली बात होगी कि टीम इंडिया के कैप्टन कूल इन महाशय के साथ क्या करते हैं?
... जब इशांत ने कंगारुओं के 'पक्ष' में फेंका ओवर
टीम इंडिया के 304 रनों के लक्ष्य के सामने ऑस्ट्रेलियाई टीम को आखिरी के 3 ओवरों में 44 रनों की दरकार थी. 14.66 के रनरेट से कंगारुओं को रन बनाने थे, लेकिन इशांत ने सोचा बेचारे मेहमान बल्लेबाज वोग्स और फॉकनर कैसे 3 ओवरों तक इतना प्रेशर झेल पाएंगे. इशांत की दरियादिली कहें या टीम इंडिया का दुर्भाग्य लेकिन जो भी था इस एक ओवर ने पूरे देश को निराश किया. इस एक ओवर के बाद इशांत के लिए टीम में जगह बनाए रख पाना भी बहुत मुश्किल होगा. कंगारुओं ने इस ओवर में 30 रन जड़ डाले और भारत के मुंह से जीत छीन ली.
इशांत का वो एक ओवर...
47.1- इशांत के सामने थे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फॉकनर. इशांत ने गेंद फेंकी फुल और वाइड, गेंद जितनी खराब थी फॉकनर के बल्ले से बॉल उतने ही अच्छे से कनेक्ट हुई और पड़ा ओवर पहला और आखिरी चौका.
47.2- इशांत ने फॉकनर को शॉर्ट गेंद फेंकी और इस बल्लेबाज ने जड़ दिया छक्का. झन्नाटेदार शॉट जो पहुंच गया दर्शक दीर्घा में. पहली दो गेंद पर कंगारुओं का जीत से फासला 10 रन कम हुआ और टीम इंडिया के जबड़े जीत छूटना शुरू हुई.
47.3- ऐसा लगा था कि दो खराब गेंद के बाद इशांत वापसी करेंगे, लेकिन इस तेज गेंदबाज ने कुछ और ही सोच रखा था. इशांत ने फॉकनर को दी लेंथ डिलीवरी और फॉकनर इस तोहफे को भी स्वीकार करते हुए इसे भी छक्के में तब्दील कर दिया.
47.4- इशांत ने इस गेंद पर कंगारुओं को थोड़ा निराश किया और महज 2 रन दिए. फॉकनर 2 रन लेकर फिर से स्ट्राइक पर आ गए.
47.5- इशांत ने चौथी गेंद की भरपाई पांचवीं गेंद से की. फॉकनर को एक और शॉर्ट डिलीवरी फेंकी और रिजल्ट फिर वही छक्का. इस छक्के के साथ कंगारुओं ने मैच में पूरी तरह से वापसी कर ली.
47.6- ओवर की आखिरी गेंद और इशांत को लगा सिर्फ 3 छक्कों और एक चौके से क्या होगा! इशांत ने एक और शॉर्ट गेंद फेंकी और फॉकनर पुल शॉट मारकर इसे भी पहुंचा दिया सीधा बाउंड्री के बाहर. इस ओवर की आखिरी गेंद और आखिरी छक्का.
इस एक ओवर से पहले जहां ऑस्ट्रेलियाई फैन्स और टीम के चेहरे पर शिकन थी, इस ओवर के बाद वो भारतीय टीम और प्रशंसकों के चेहरे पर ट्रांसफर हो गई. इशांत की मेहमान नवाजी के कंगारू भी कायल हो गए.