स्टार भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन ने हाल ही में इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया गया था. 38 साल के धवन ने भारत के लिए अपना मुकाबला दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था. उसके बाद वो टीम इंडिया में वापसी नहीं कर पाए. इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के साथ ही धवन अब उन भारतीय क्रिकेटर्स की लिस्ट में शामिल हो गए, जिन्हें विदाई मैच नसीब नहीं हुआ.
एक क्रिकेटर को राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए कड़ा अभ्यास और संघर्ष करना पड़ता है. ऐसे में उसकी ख्वाहिश होती है कि वो फैन्स के सामने ही देश के लिए अपना आखिरी मैच खेलकर यादगार विदाई ले. किसी खिलाड़ी की इंटरनेशनल क्रिकेट से विदाई के लिए कोई खास मानक नहीं बने हैं. लेकिन फिर भी प्रशंसकों का भी यह सपना होता है कि वो अपने पसंदीदा खिलाड़ी को आखिरी बार मैदान पर खेलते देखें और उसे शानदार विदाई दे सकें. धवन की तरह ही ऐसे कई भारतीय क्रिकेटर्स रहे जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में हजारों रन बनाए, लेकिन विदाई मैच नसीब नही हुआ. आइए जानते हैं ऐसे ही छह दिग्गजों के बारे में...
1. महेंद्र सिंह धोनी: लिस्ट में 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी का भी नाम शामिल है, जो भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक माने जाते हैं. धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को तीन आईसीसी खिताब दिलवाए. उन्होंने दिसंबर 2014 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. लेकिन वह ओडीआई और टी20 में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने रहे.
उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच वर्ल्ड कप 2019 के दौरान खेला था. फिर 15 अगस्त 2020 को महेंद्र सिंह धोनी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया था. महेंद्र सिंह धोनी ने 350 वनडे, 98 टी20 इंटरनेशनल और 90 टेस्ट मैच खेलकर 17266 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 108 अर्धशतक और 16 शतक लगाए. धोनी सबसे सफल भारतीय विकेटकीपर हैं. उन्होंने टेस्ट में 294, वनडे में 444 और टी20 में 91 शिकार किए.
2. वीरेंद्र सहवाग: टीम इंडिया के इस ओपनर बल्लेबाज के विस्फोटक अंदाज का हर कोई मुरीद था. विपक्षी गेंदबाजों की लेंथ और लाइन को बिगाड़ने में सहवाग का जवाब नहीं था. सहवाग टेस्ट मैचों में दो तिहरा शतक लगाने वाले इकलौते भारतीय बल्लेबाज हैं. इसके बावजूद उन्हें विदाई मैच नसीब नहीं हुआ. उन्होंने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था. 2015 में अपने जन्मदिन के मौके पर सहवाग ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया. वीरेंद्र सहवाग ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 104 टेस्ट मैच और 251 वनडे मैच खेले. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 23 शतक और 32 अर्धशतक की बदौलत 8586 रन बनाए. वनडे इंटरनेशनल में सहवाग के नाम 8273 रन दर्ज हैं, जिसमे 15 शतक और 38 अर्धशतक शामिल रहे.
3. युवराज सिंह: युवी भारतीय क्रिकेट के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक रहे हैं. युवराज भारत की दो वर्ल्ड चैम्पियन (2007 में वर्ल्ड टी20 और 2011 में वर्ल्ड कप) टीमों का अहम हिस्सा रहे. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने दोनों टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर खिताबी जीत में अहम योगदान दिया था. युवराज सिंह ने 304 वनडे खेले, जिनमें उन्होंने 8701 रन बनाए. युवराज के नाम वनडे इंटरनेशनल में कुल 14 शतक और 52 अर्धशतक दर्ज हैं.
युवराज ने 40 टेस्ट मैचों में कुल 1900 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 11 अर्धशतक शामिल रहे. युवराज ने 58 टी20 इंटरनेशनल में 1177 रन बनाए, जिसमें आठ अर्धशतक शामिल रहे. युवराज ने टेस्ट में 9, वनडे में 111 और टी20 इंटरनेशनल में 28 विकेट अपने नाम किए. 2017 में युवराज ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला जो इंग्लैंड के खिलाफ एक टी20 मैच था. इसके बाद उन्हें अगले दो साल तक भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला. आखिरकार, जून 2019 में युवराज ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी.
4. राहुल द्रविड़: राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम ने हाल ही में टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता था. बतौर प्लेयर द्रविड़ ने इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के लिए बेहद शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन उन्हें विदाई मैच नसीब नहीं हुआ. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब प्रदर्शन के बाद द्रविड़ ने मार्च 2012 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.
'द वॉल' के नाम से मशहूर द्रविड़ ने 164 टेस्ट मैचों 13,288 रन बनाए, जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल थे. इस दौरान उनका उच्चतम स्कोर 270 रहा. द्रविड़ ने 344 वनडे मैचों में 10,889 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 83 अर्धशतक शामिल थे. 153 रन द्रविड़ का वनडे में उच्चतम स्कोर रहा. द्रविड़ ने भारत के लिए एक टी20 मैच भी खेला था, जिसमें उन्होंने 31 रन बनाए. द्रविड़ ने 25 टेस्ट और 79 वनडे मुकाबलों में भारत की कप्तानी की.
5. वीवीएस लक्ष्मण: स्टाइलिश बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण भी विदाई मैच नहीं खेल पाए थे. लक्ष्मण ने 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज से ठीक पहले संन्यास लेकर सबको चौंका दिया, जबकि उनका नाम टीम में शामिल था. माना ये गया कि बोर्ड, कप्तान और चयनकर्ताओं के रवैये से लक्ष्मण बेहद आहत थे.
लक्ष्मण ने 134 टेस्ट में 45.97 की औसत से 8781 रन बनाए. उन्होंने 17 शतक और 56 अर्धशतक भी जड़े. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 86 एकदिवसीय इंटरनेशनल मैच भी खेले जिसमें उन्होंने 30.76 की औसत से 2338 रन भी बनाए. लक्ष्मण ने सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली के साथ भारतीय मध्यक्रम को मजबूती दी. उनका सर्वोच्च स्कोर 281 रन है जो उन्होंने 2001 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ ईडन गार्डन्स में बनाया था. भारतीय टीम ने उनकी इस यादगार पारी की बदौलत ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी.
6. गौतम गंभीर: टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर ने 4 दिसंबर 2018 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. गंभीर ने भारत की ओर से अपना आखिरी टेस्ट 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेला था. लेकिन उसके बाद उन्हें चांस नहीं मिला. गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.95 की औसत से 4154 रन बनाए, जिसमें नौ शतक शामिल हैं.
गंभीर ने 147 ओडीआई में 39.68 की औसत से 5238 रन बनाए. इसमें 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में खेली गई 97 रनों की यादगार पारी भी शामिल है, जिसकी बदौलत भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था. वनडे में उन्होंने 11 शतकीय पारियां खेलीं. गंभीर ने टी20 इंटरनेशनल मैचों में भी अपनी छाप छोड़ी. उन्होंने 37 मैच में सात अर्धशतकों की मदद से 932 रन बनाए, जिसमें उनकी औसत 27.41 की रही.