मुंबई के पहली बार टी20 लीग चैंपियन बनने के बाद स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी रविवार को इस टी20 लीग को अलविदा कह दिया. तेंदुलकर ने अपनी टीम की खिताबी जीत के तुरंत बाद कहा, ‘यह मेरा आखिरी टी20 लीग था. मैं समझता हूं कि यह टी20 लीग को अलविदा कहने का सही समय है. मुझे वास्तविकता स्वीकार करनी होगी. मैंने फैसला किया है कि यह मेरा आखिरी टी20 लीग है. इससे बढिया समापन नहीं हो सकता.’
जब एक अन्य महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने तेंदुलकर से पूछा कि क्या वह अगले साल वानखेड़े में मुंबई का पहला मैच खेलकर संन्यास लेना पसंद नहीं करेंगे, उन्होंने कहा, ‘मैंने विश्व कप के लिये 21 साल तक इंतजार किया लेकिन इसके (टी20 लीग खिताब) लिये केवल छह साल तक इंतजार करना पड़ा. यह मेरे लिये बहुत खास है. मैं टी20 लीग के अगले सत्र में नहीं खेलूंगा.’ उन्होंने कहा, ‘मैं ट्राफी चूमने के लिये बेताब हूं. यह सभी को शुक्रिया कहने का सही समय है.’
पिछले साल दिसंबर में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेंदुलकर इस बार टी20 लीग में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाये थे. उन्होंने 14 मैचों में 22.07 की औसत से 287 रन बनाये और उनका उच्चतम स्कोर 54 रन रहा.
तेंदुलकर 13 मई को हैदराबाद के खिलाफ मैच में बल्लेबाजी के दौरान चोटिल हो गये थे और इसके बाद वह किसी मैच में नहीं खेल पाये. वह 2008 में टी20 लीग की शुरुआत से ही मुंबई का हिस्सा थे. उन्होंने इस टूर्नामेंट में 78 मैचों में 34.83 की औसत से 2334 रन बनाये जिसमें एक शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं. अब तक 198 टेस्ट मैच खेलने वाले तेंदुलकर हालांकि लंबी अवधि की क्रिकेट में बने हुए हैं.