ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच 9 दिसंबर से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेली जानी है. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और जिनके नाम पर यह टेस्ट सीरीज खेली जाती है उन्होंने मेजबान टीम से आक्रामक क्रिकेट खेलने के लिए कहा लेकिन साथ ही कहा फिलिप ह्यूज की याद में खिलाड़ी स्लेजिंग (छींटाकशी) से बचें. 'एडिलेड टेस्ट की शुरुआत बाउंसर से हो'
बॉर्डर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को झकझोर कर रख दिया है इसी के चलते मौजूदा टीम ने आक्रामकता छोड़ दी है. उन्होंने से कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया को क्रिकेट के अपने आक्रामक ब्रांड पर लौटना होगा लेकिन छींटाकशी से बचते हुए. मैं उम्मीद करता हूं कि डेरेन लीमैन और उनके खिलाड़ी टीम को वापस ट्रैक पर ले आएंगे. यह कहना आसान है लेकिन करना मुश्किल खासकर तेज गेंदबाजों के लिए.’
उन्होंने कहा, ‘लीमैन को अपने खिलाड़ियों को फिलिप ह्यूज की याद में अच्छा खेलने के लिए प्रेरित करना होगा. फिलीप भी यही चाहता होगा. मुझे नहीं लगता कि इस सीरीज में ज्यादा छींटाकशी होगी, यह इसका समय नहीं है.’
इनपुट भाषा से