इंग्लैंड के खिलाफ टाई रहे विश्व कप के लीग मैच को जीत की तरह बताते हुए भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि हार की कगार पर पहुंचकर टाई करा लेने से उनके लिये यह मैच जीत की ही तरह है.
धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘जिस तरह से इंग्लैंड के बल्लेबाज खेल रहे थे, हमें लगा कि जहीर खान का वह ओवर नहीं होता तो मैच 48 ओवर में ही निपट जाता. जहीर ने 43वें ओवर में दो विकेट लेकर हमें मैच में लौटाया.’
कप्तान ने जहीर की तारीफ करते हुए कहा, ‘मैंने हमेशा से कहा है कि जहीर अलग किस्म का गेंदबाज है. उसे ललकारने पर वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है और वनडे क्रिकेट में उसका कोई सानी नहीं.’
धोनी ने कहा कि 338 का स्कोर पर्याप्त था लेकिन दूसरी पारी में इस विकेट पर बल्लेबाजी करना आसान हो गया था. उन्होंने कहा, ‘338 के स्कोर को कम नहीं कहा जा सकता. हर मैच में 350-360 रन नहीं बन सकते. दूसरी पारी में रन बनाना आसान हो गया था जिससे यह स्कोर कम लगने लगा.’
धोनी ने स्वीकार किया कि भारत को गेंदबाजी में सुधार करना होगा. उन्होंने कहा, ‘फील्डिंग में सुधार तो मुमकिन नहीं लगता लेकिन गेंदबाजी में हम जरूर सुधार करेंगे.’ इंग्लैंड के कप्तान और मैन आफ द मैच एंड्रयू स्ट्रास ने कहा, ‘इस नतीजे पर मैं खुश भी हूं और दुखी भी लेकिन यह मैच बेहतरीन रहा.’ उन्होंने पुछल्ले बल्लेबाजों की तारीफ करते हुए कहा, ‘ग्रीम स्वान और अजमल शहजाद ने आखिरी ओवरों में अच्छे रन बनाकर हमे हारने से बचाया.’