ओलम्पिक-2020 की मेजबानी की दौड़ में टोक्यो ने इस्तांबुल और मेड्रिड से बाजी मार ली. अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) की अर्जेटीना के ब्यूनस आयर्स में शनिवार को हुई 125वीं बैठक में दो चरणों में हुए मतदान में टोक्यो को ओलम्पिक-2020 की मेजबानी मिली.
मतदान के अंतिम चरण में टोक्यो को जहां 60 मत मिले वहीं इस्तांबुल के पक्ष में 36 मत गए, जबकि मेड्रिड पहले ही चरण में बाहर हो गया.
इससे पहले टोक्यो 1964 में ओलम्पिक की मेजबानी कर चुका है. इसके साथ ही जापान ओलम्पिक की दो बार मेजबानी करने वाला पहला एशियाई देश भी बन गया है.
टोक्यो ने 2016 में होने वाले ग्रीष्मकालीन खेलों के लिए भी दावेदारी की है.
आईओसी के अध्यक्ष जैक्स रोगे ने कहा, 'ओलम्पिक-2020 का मेजबान चुने जाने के लिए टोक्यो को बधाई.' रोगे का आईओसी के अध्यक्ष के रूप में 12 वर्ष का कार्यकाल 10 सितंबर को समाप्त हो रहा है.
मेजबानी मिलने पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने कहा, 'मैं ओलम्पिक से जुड़े सभी लोगों का आभार व्यक्त करता हूं तथा हम विश्व के उम्दा खेलों की मेजबानी के लिए तैयार हैं.'