पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोहम्मद यूसुफ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के चकिंग से जुड़े मौजूदा नियमों को अगर पहले लागू किया जाता तो श्रीलंका के महान खिलाड़ी और दुनिया में सबसे अधिक टेस्ट विकेट चटकाने वाले मुथैया मुरलीधरन को कभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने की स्वीकृति नहीं मिलती.
यूसुफ ने जियो न्यूज चैनल से कहा, ‘मुरली अपनी कोहनी को 15 डिग्री की मौजूदा सीमा से कहीं अधिक मोड़ते थे लेकिन वह भाग्यशाली रहे कि शीर्ष स्तर पर क्रिकेट खेल पाए क्योंकि उस समय आईसीसी के नियम अलग थे.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने कई बार उसके खिलाफ खेला और मुझे पता है कि वह कैसे 15 डिग्री की सीमा से आगे जाता था. प्रत्येक गेंद के साथ आप देख सकते थे कि उसकी गेंद की गति बढ़ जाती थी और मैं स्वयं से कहता था ‘तुम भाग्यशाली हो जो खेल रहे हो.’
यूसुफ ने कहा, ‘पुराने नियमों के तहत मुरली जैसे गेंदबाज जो 15 डिग्री से अधिक कोहनी मोड़ते थे उन्हें मेडिकल आधार पर खेलने की स्वीकृति मिल जाती थी लेकिन अब चीजें बदल गई हैं और मैं इन बदलावों का समर्थन करता हूं.’
(इनपुट भाषा से)