बांग्लादेश के दौरे पर टीम इंडिया के साथ हेड कोच नहीं है लेकिन अब यह एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. रवि शास्त्री टीम के डायरेक्टर हैं, फ्लेचर के कोच रहते उन्हें यह नया पद ऑफर किया गया. अब फ्लेचर टीम के साथ नहीं हैं, लेकिन बांग्लादेश दौरे के लिए टीम के डायरेक्टर के रूप में शास्त्री गए हैं. बीसीसीआई के प्रति सदैव अपनी निष्ठा दिखाने वाले शास्त्री अब खुल कर बोल रहे हैं. बांग्लादेश दौरे पर जाने से पहले ही शास्त्री ने यह कह दिया कि टीम को हेड कोच की जरूरत नहीं क्योंकि टीम के पास पहले से तीन स्पेशलिस्ट कोच हैं और अगर टीम को इसकी जरूरत पड़ती भी है तो वो यह रोल खुद निभाएंगे.
यहां उन्होंने यह भी संकेत दे दिया कि वो मीडिया में लगाए जा रहे कयासों के विपरीत लंबे समय के लिए टीम से जुड़े रहेंगे. यानी फिलहाल टीम डायरेक्टर और हेड कोच के रूप में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण में से किसी की तैनाती दूर की कौड़ी लग रही है. टीम के साथ बैंटिंग कोच संजय बांगड़, बॉलिंग कोच भारत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर पहले से मौजूद हैं. शास्त्री खुद हेड कोच की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं. ऐसे में शास्त्री का यह कहना कि टीम को हेड कोच की जरूरत नहीं, बिल्कुल सही लगता है.
तो भला ये तीन दिग्गज बीसीसीआई की सलाहकार समिति में किस बात के लिए जोड़े गए? मजेदार तो यह है कि इनके रोल की जानकारी खुद इन्हें ही नहीं थी. गांगुली ने अपने नाम की घोषणा के तुरंत बाद कहा था कि उनका रोल क्या होगा यह स्पष्ट नहीं है. यानी इनसे बिना पूछे या सलाह किए ही उनके नामों की घोषणा कर दी गई.
लेकिन अध्यक्ष जगमोहन डालमिया और सचिव अनुराग ठाकुर के साथ शनिवार को इन तीनों दिग्गजों की मीटिंग के बाद तो यही लग रहा है कि अब इन तीनों को उनके रोल को लेकर ब्रीफ कर दिया गया है.
अनुराग ठाकुर ने आज तक को खास तौर पर बताया, ‘इन चारों दिग्गजों (सचिन, सौरव, वीवीएस के साथ द्रविड़) ने शुरुआत में ही हां कर दी थी. द्रविड़ जूनियर क्रिकेटर्स के साथ काम करना चाहते थे. यह हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है.’
अनुराग ने यह भी बताया, ‘कोच का चयन होना है. विदेशी या देसी, हम बेहतरीन चुनेंगे. बीसीसीआई नामों को इक्ट्ठा करेगी और यह सलाहकार समिति अंतिम नाम का चयन करेगी.’ अनुराग ठाकुर ने यह भी बताया कि सचिन, सौरव और वीवीएस ने कोई पैसे की मांग नहीं की है.
अनुराग ने यह साफ कर दिया कि शास्त्री के आगे के रोल पर फैसला इस दौरे के बाद होगा. उन्होंने कहा, ‘हमने पुरानी पद्धति को ही अपनाया है. फ्लेचर के समय के अनुसार ही शास्त्री टीम के डायरेक्टर के रोल में रहेंगे और उनके साथ तीन सहायक कोच रहेंगे. बांग्लादेश दौरे के बाद हम शास्त्री के भविष्य पर फैसला लेंगे.’
वैसे एक रिपोर्ट यह भी है कि शास्त्री टीम के साथ अगले साल टी20 वर्ल्ड कप तक जुड़े रहेंगे. टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत कर रहा है. बांग्लादेश का दौरा अगले 15 दिनों में खत्म हो जाएगा और एक बार फिर टीम के नए हेड कोच की चर्चा गरम होगी. इस पर फैसला चाहे जो भी हो, इससे टीम इंडिया की क्रिकेट एक नई ऊंचाई पर जरूर पहुंचेगी. आखिर प्रदर्शन टीम को मैदान पर ही करना है और टेस्ट टीम के नया कप्तान विराट कोहली है. जो अगले पांच सालों तक टीम को टेस्ट क्रिकेट में नंबर-1 पर देखना चाहता है.