युवा भारती क्रीड़ागंन में रविवार को आई लीग फुटबॉल टूर्नामेंट के मैच के दौरान हुई हिंसा में 40 लोग घायल हो गये, जिससे ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के बीच इस मुकाबले को रद्द करना पड़ा.
स्टेडियम में हालात हालांकि काबू कर लिये गये जिससे बड़ी दुर्घटना होने से बच गयी. पुलिस सूत्रों के अनुसार घायलों में 20 पुलिसकर्मी शामिल हैं.
सूत्रों के अनुसार विधाननगर पुलिस आयुक्त राजीव कुमार भी घायल हो गये और उनके गाल पर खरोंच आयी हैं. इस घटना के लिये तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है.
ईडन गार्डंस पर 16 अगस्त 1980 में मोहन बागान और ईस्ट बंगाल फुटबॉल मैच के दौरान ऐसी ही हिंसक घटना हुई थी, जिसमें 16 फुटबाल प्रशंसक मारे गये थे और कईयों को चोट लगी थी.
प्रशंसकों ने तब पत्थर और ईंटे मारना शुरू किया जब मोहन बागान के स्टार खिलाड़ी ओकोली ओडाफा को रैफरी विष्णु चौहान ने विरोध दिखाने के लिये मैदान से बाहर कर दिया, जिसके बाद दर्शक आपे से बाहर हो गये.
इससे पहले ईस्ट बंगाल ने मेहताब हुसैन की फ्री किक पर हरमनजोत खाबरा के 43वें मिनट में किये गये गोल से बढ़त बना ली थी.
मोहन बागान के मिडफील्डर सईद रहीम नबी भी चोटिल हो गये. मैदान में दर्शकों द्वारा फेंकी गयी ईंट से उनके चेहरे पर चोट लग गयी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. बागान के खिलाड़ी इसके बाद मैदान पर उतर गये. दूसरे हाफ में बागान के खिलाड़ियों ने मैदान में उतरने से इंकार कर दिया, जिसके बाद मैच रद्द करना पड़ा.
जैसे इस ही मोहन बागान के नाईजीरियाई खिलाड़ी को मैदान से बाहर भेजा गया, मोहन बागान के प्रशंसकों ने मैदान में ईंट पत्थर फेंकना शुरू कर दिया जिसमें से एक नबी के चेहरे पर लग गयी.
कुछ हुड़दंगियों ने विपक्षी टीम के समर्थकों को ले जा रहे वाहनों और कारों पर हमला किया लेकिन पुलिस ने उन्हें तुरंत रोक दिया. कोलकाता पुलिस सूत्रों ने कहा, ‘परेशानी खड़ी करने के प्रयास किये गये लेकिन इन हुड़दंगियों को भगा दिया गया.’