कहते हैं जो मौके पर चौका मारता है, बाजी उसी के नाम हो जाती है. ऐसा ही कुछ विराट कोहली ने कर के दिखाया है. श्रीलंका के खिलाफ 2008 में डेब्यू करने के बाद कोहली ने अब तक कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. कोहली ने अभी से ही मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को कई क्षेत्रों में पीछे छोड़ दिया है, और अगर यही कंसिसटेंसी जारी रही तो वो दिन दूर नहीं जब कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वनडे बल्लेबाज बन जाएंगे. सेंचुरी से मैच जिताने वाले कोहली...
श्रीलंका के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई सीरीज में अपने प्रदर्शन से कोहली ने साबित कर दिया कि अब उनके कंधे जिम्मेदारी उठाने के लिए भी तैयार हो चुके हैं. यह बात कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ अंतिम वनडे में साबित कर दी. एक तरफ रांची की मुश्किल पिच और दूसरी तरफ लगातार विकेटों का गिरते रहना, इसके बावजूद भी कोहली ने संयम और धैर्य से काम लिया, और शानदार नाबाद 139 रनों की पारी खेल कर भारत को जीत की मंजिल तक पहुंचा दिया.
कोहली के बारे में अक्सर लोग ये मानते हैं कि वो बहुत आक्रामक क्रिकेटर हैं, लेकिन हाल ही में उन्होंने खुद पर और अपने गुस्से पर जिस तरह का कंट्रोल दिखाया है वो लाजवाब है. श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में कोहली ने खुद के नाम के आगे कई रिकॉर्ड्स दर्ज किए.
कोहली वनडे क्रिकेट में सबसे जल्दी 21 शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. कोहली ने ये कारनामा मात्र 138 पारी में किया. वहीं सचिन तेंदुलकर ने 21वां शतक 200वीं और सौरव गांगुली ने अपनी 217वीं पारी में पूरा किया था.
इन रिकॉर्डों पर होगी अब कोहली की नजर
1. लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत में कोहली का ये 13वां शतक था. जबकि सचिन तेंदुलकर ने वनडे में लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दिलाने में सबसे ज्यादा कुल 14 शतक लगाए थे. जिसके लिए सचिन ने कुल 452 पारियां खेलीं, जबकि कोहली ने मात्र 138. इसके बाद सईद अनवर और सनथ जयसूर्या 9-9 शतकों के साथ तीसरे नंबर पर हैं.
2. कोहली सबसे ज्यादा वनडे शतक लगाने वालों की लिस्ट में अब क्रिस गेल और हर्शल गिब्स के साथ संयुक्त रूप से पांचवे नंबर पर हैं. कोहली अब सिर्फ सचिन (49), रिकी पोंटिंग (30), सनथ जयसूर्या (28) और सौरव गांगुली (22) से ही पीछे रह गए हैं.
3. कोहली ने 2014 कैलेंडर वर्ष में वनडे क्रिकेट में 1000 रन पूरे किए. पिछले 4 सालों से वह उपलब्धि हासिल करने में कामयाब रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (1997, 1998, 1999 और 2000) की बराबरी कर ली है.
कप्तान के रूप में भी कोहली के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड जुड़ गया है. कोहली द्विपक्षीय सीरीज में देश और विदेश दोनों जगहों पर क्लीन स्वीप करने वाले भारत के पहले कप्तान बन गए. श्रीलंका के खिलाफ 5-0 से सीरीज जीतने से पहले कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे को भी उसी की धरती पर 5-0 से हराया था.
इन तमाम उपलब्धियों को देखकर लगता नहीं है कि कोहली नाम का तूफान अभी थमने वाला है. कहते हैं कि मेहनत के आगे सारी तदबीरें बेकार होती हैं और कोहली ने इसे साबित भी कर दिखाया है. जितनी लगन और मेहनत उन्होंने क्रिकेट के प्रति दिखाई है इसने क्रिकेट जैसे महान खेल के स्तर को और ऊपर उठा दिया है.