घरेलू मैदान पर वनडे क्रिकेट में पहले वेस्टइंडीज और फिर श्रीलंका को शिकस्त देने के बाद टीम इंडिया को अगले महीने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर टेस्ट और वनडे ट्राई सीरीज खेलनी है. ऑस्ट्रेलियाई विकेट की तेजी को देखते हुए टीम इंडिया के कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली ने हल्के बल्ले का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है. यह पहला मौका होगा जब टेस्ट क्रिकेट में कोहली हल्के बल्ले से खेलने उतरेंगे. VIDEO: ..जब लड़े विराट और अनुष्का के नैना
ऑस्ट्रेलियाई पिचों की तेजी और उछाल को देखते हुए विराट ने कंगारुओं के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हल्के बल्ले के इस्तेमाल की रणनीति बनाई है. टेस्ट क्रिकेट में पहली बार हल्के बल्ले का इस्तेमाल करने वाले विराट बेहतर ग्रिप के लिए पुराने जमाने के स्टील बकल वाले लेग गार्ड पहनेंगे. विराट इस दौरे पर 10 बल्ले लेकर जा रहे हैं, जिनमें से छह तो नए बल्ले हैं.
भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है. पहला टेस्ट मैच 4 दिसंबर से ब्रिसबेन में खेला जाना है, उसके बाद 12 दिसंबर से एडिलेड में दूसरा, 26 दिसंबर से मेलबर्न में तीसरा और 3 जनवरी से सिडनी चौथा टेस्ट मैच खेला जाना है.
विराट को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलने का एक ही बार मौका मिला है. 2011-12 में हुई टेस्ट सीरीज में विराट ने 4 टेस्ट मैचों की 8 पारियों में 300 रन बनाए थे. इसमें एक सेंचुरी और एक हाफसेंचुरी शुमार है. एडिलेड टेस्ट में जब गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज बल्लेबाज सस्ते में निपट गए थे तो विराट के बल्ले से 116 रनों की धैर्यपूर्ण पारी निकली थी. हालांकि इस टेस्ट में टीम इंडिया को 298 रनों की शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था.