बड़ौदा क्रिकेट संघ के अध्यक्ष चिरायु अमीन को सोमवार को ललित मोदी की जगह इंडियन प्रीमियर लीग का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया जबकि बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने मोदी पर जमकर हमला बोला.
अमीन को नियुक्त करने का फैसला आईपीएल की संचालन परिषद की अहम बैठक में किया गया जो लगभग डेढ़ घंटा चली. बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में मनोहर ने कहा कि मोदी पर पांच आरोप लगाये गये जिसमें राजस्थान रायल्स और किंग्स इलेवन पंजाब की संदेहास्पद शुरूआती बोली, सोनी के साथ संदिग्ध प्रसारण करार, इस साल दो नयी फ्रेंचाइजियों से संबंधित बोली और उनके व्यवहार का तरीका शामिल है. मनोहर ने कहा, ‘आरोप पत्र पर चर्चा की गई और समिति ने चिरायु अमीन को अंतरिम अध्यक्ष भी नियुक्त किया.
बीसीसीआई सीएओ रत्नाकर शेट्टी सभी रिकार्डस देखेंगे.’ बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा कि बीसीसीआई और आईपीएल कार्यालय से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब हैं. मनोहर ने कहा, ‘आईपीएल और बीसीसीआई कार्यालय से कई दस्तावेज गायब हैं. आयकर विभाग ये दस्तावेज मांग रहा है लेकिन हमारे पास नहीं हैं. जैसे कि सोनी के साथ प्रसारण करार के कागजात हमारे पास नहीं हैं. आयकर विभाग इन दस्तावेजों की मांग कर रहा है लेकिन हम उन्हें यह नहीं दे पाए क्योंकि यह हमारे पास नहीं हैं.’ {mospagebreak}
मनोहर ने कहा कि अगले आईपीएल की योजना भारत के पूर्व कप्तान और गवर्निंग काउंसिल के सदस्य रवि शास्त्री, सुनील गावस्कर और मंसूर अली खान पटौदी बनायेंगे. उन्होंने कहा, ‘जहां तक आईपीएल 2011 का सवाल है तो रवि शास्त्री, सुनील गावस्कर और मंसूर अली खान पटौदी फ्रेंचाइजी टीमों से बात करने के बाद चार भारतीय और तीन विदेशी खिलाड़ियों को रखने के बारे में तय करेंगे.’ मोदी के खिलाफ आरोपों पर मनोहर ने कहा कि यदि वह अपने जवाब में यह साबित करने में कामयाब रहे कि वह बेकसूर हैं तो उनके खिलाफ जांच की कार्रवाई वापिस ले ली जायेगी.
उन्होंने कहा, ‘आरोपों की जांच करना बोर्ड का काम है. यह कोई सजा नहीं है. स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिये उस व्यक्ति को बोर्ड के कामकाज से दूर रखना जरूरी है.’ उन्होंने कहा, ‘बोर्ड मामले की जांच करेगा और यदि मोदी के जवाब से सदस्य संतुष्ट हो गए तो कार्रवाई बंद कर दी जायेगी.’ मनोहर ने कहा कि गवर्निंग काउंसिल को मोदी की कार्यप्रणाली का इल्म नहीं है. उन्होंने दावा किया कि राजस्थान रायल्स की सह मालिक शिल्पा शेट्टी और उनके व्यवसायी पति राज कुंद्रा का शेयरहोल्डिंग दस्तावेजों में नाम भी नहीं है. {mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘हम मोदी से पूछ रहे हैं कि वह ए के साथ करार कैसे कर सकते हैं जब बोली बी ने लगाई है. मोदी ने बयान दिया है कि अंशधारकों के बारे में सभी को पता है लेकिन गवर्निंग काउंसिल के सदस्यों को राजस्थान रायल्स की जानकारी नहीं है. मुझे कागजों में शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा के नाम नहीं मिले जबकि उनका दावा है कि वे अंशधारी हैं.’ यह पूछने पर कि बीसीसीआई पदाधिकारियों का पर्दाफाश करने की मोदी की धमकियों से क्या वे चिंतित हैं, मनोहर ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा, ‘बोर्ड चिंतित नहीं है. यदि कोई और दोषी है तो हम उन्हें बर्खास्त करेंगे और इसी तरह की कार्रवाई की जायेगी.’
यह पूछने पर कि क्या वह इस घोटाले के लिये समान रूप से कसूरवार हैं, मनोहर ने कहा कि पूरी व्यवस्था विश्वास पर आधारित थी और मोदी को काम सौंपने के लिये उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा, ‘हम गवर्निंग काउंसिल के पदेन सदस्य हैं और कामकाज विश्वास पर आधारित था. यदि मैं सबकुछ देख रहा था तो मुझे सचिव की क्या जरूरत थी. गवर्निंग काउंसिल के नाकाम रहने का सवाल ही नहीं है. आईपीएल के संचालन के लिये पूरी तरह से पेशेवर ढांचा बनाया गया था.’ {mospagebreak}
मनोहर ने कहा, ‘जब मेरे पास राजस्थान रायल्स के बेनामी कोषों से जुड़े दस्तावेज ही नहीं है तो मैं कुछ कैसे कह सकता हूं. यदि पैसा वर्जिन आईलैंड या मारीशस से आ रहा है तो मेरे पास जांच के लिये दस्तावेज ही नहीं है. मुझे आयकर विभाग से नोटिस मिलने के बाद ही इसके बारे में पता चला.’ मोदी और आईपीएल को लेकर मीडिया अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी के खिलाफ आरोपपत्र में सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग के आरोप नहीं हैं.
उन्होंने आरोपों की जांच के लिये जांच समिति के गठन की बात का भी खंडन किया. मनोहर ने कहा, ‘किसी जांच समिति का गठन नहीं किया गया है क्योंकि किसी समिति की जरूरत नहीं थी. सभी फैसले संचालन परिषद द्वारा लिये जाने थे और यही समिति है. अगर लोग दोषी हुए तो हम उन्हें बर्खास्त कर देंगे.’ बीसीसीआई प्रमुख ने इस बात से भी इनकार कर दिया कि बोली प्रक्रिया में कुछ राजनीतिज्ञों के नाम का खुलासा होने के बाद वह राजनीतिक दबाव में हैं.
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई राजनीतिक दबाव है. जहां तक मेरा सवाल है मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं. कोई मेरा फैसला नहीं बदल सकता. मोदी सभी पदों से निलंबित रहेंगे जिसमें बीसीसीआई उपाध्यक्ष, विपणन समिति का सदस्य, कार्यक्रम समिति और बोर्ड की सभी गतिविधियां शामिल हैं.’ उन्होंने कहा, ‘पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शरद पवार का कोई सदस्य इससे नहीं जुड़ा. आयकर विभाग के अधिकारियों ने बोली दस्तावेज देखे हैं. अटकलबाजी मीडिया का काम है.’
सोनी नेटवर्क के साथ टीवी अधिकार करार के भविष्य पर मनोहर ने कुछ ठोस नहीं कहा. मोदी पर आरोप है कि उन्हें इस करार में आठ करोड़ डालर मिले. मनोहर ने कहा, ‘मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं. मैं किसी ऐसी चीज के बारे में कुछ नहीं कह सकता जो भविष्य में होनी है. मैं विस्तृत जानकारी नहीं मिलने तक किसी करार को निलंबित नहीं कर सकता. अभी मेरे पास जानकारी नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘बोर्ड को फेसिलिटेशन फीस (मोदी को कथित तौर पर मिली राशि) के बारे में कोई जानकारी नहीं है क्योंकि हमारे पास करार के कागजात नहीं हैं. सिर्फ एक व्यक्ति योजनाएं बनाता था.’