भारत के दौरे पर पाकिस्तान के सबसे सफल तेज गेंदबाज जुनैद खान ने बताया कि उन्हें वसीम अकरम की वजह से सफलता मिली है क्योंकि उन्होंने ही भारतीय बल्लेबाजों को छकाने का नुस्खा बताया.
जुनैद ने कहा कि अकरम ने उन्हें भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरियां बताई थी जिससे उन्हें काफी मदद मिली.
जुनैद ने लाहौर रवाना होने से पहले कहा, ‘मैं हमेशा अच्छी रफ्तार से आउटस्विंगर फेंकने पर भरोसा करता हूं. वसीम भाई ने मुझे बताया कि भारत के दाहिने हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ इनस्विंगर उपयोगी साबित होगी.’
उन्होंने कहा, ‘बायें हाथ के तेज गेंदबाज के लिये दाहिने हाथ के बल्लेबाजों को इस तरह की गेंद फेंकना स्वाभाविक है. वीरेंद्र सहवाग जैसा कोई बल्लेबाज यदि बाहर जाती गेंदों को भांप ले तो गेंदबाज की खैर नहीं. मैने अपना होमवर्क किया और देखा कि सहवाग को भीतर की ओर आती गेंदों पर दिक्कत हो रही थी.’ पाकिस्तान के लिये आठ टेस्ट और 16 वनडे खेल चुके जुनैद ने कहा, ‘मैंने अपने मुख्य गेंदबाजी कोच मोहम्मद अकरम के साथ भीतर की ओर आती गेंदों पर अधिक मेहनत करना शुरू किया.’
तीन मैचों में जुनैद ने सहवाग, गौतम गंभीर और युवराज सिंह को एक एक बार आउट किया जबकि विराट कोहली का विकेट तीनों बार लिया. उसने कहा, ‘मुझ पर कभी अच्छे प्रदर्शन का दबाव नहीं था. मुझे दूसरे छोर से मोहम्मद इरफान और उमर गुल से काफी मदद मिला. यह सामूहिक प्रयास था.’ एबोटाबाद से ताल्लुक रखने वाले इस गेंदबाज ने कहा कि रफ्तार से अधिक अहम स्विंग है.
उन्होंने कहा, ‘मैं रफ्तार से समझौता नहीं करना चाहता लेकिन स्विंग मेरी गेंदबाजी का सबसे अहम पहलू है.’