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खेलों के समापन समारोह पर नजर: सुरक्षा बंदोबस्त में जुटी एजेंसियां

जवाहरलाल नेहरू स्टैडियम में राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान कडे सुरक्षा बंदोबस्त के बाद अब सुरक्षा एजेंसियां समापन समारोह को शांतिपूर्ण और सुचारू ढंग से संचालित करने के विशेष सुरक्षा इंतजामों में जुट गयी हैं.

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जवाहरलाल नेहरू स्टैडियम में राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान कडे सुरक्षा बंदोबस्त के बाद अब सुरक्षा एजेंसियां समापन समारोह को शांतिपूर्ण और सुचारू ढंग से संचालित करने के विशेष सुरक्षा इंतजामों में जुट गयी हैं.

सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने भाषा को बताया कि समापन समारोह के दौरान सुरक्षा इंतजाम उतने ही कडे रहेंगे, जितने उद्घाटन समारोह के दौरान रहे थे. सुरक्षा एजेंसियां सुरक्षा तैयारियों को लेकर कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहती हैं क्योंकि इस समारोह में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और अन्य अति विशिष्ट व्यक्ति शामिल होंगे.

सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के अलावा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सहित केन्द्रीय अर्धसैनिक बल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडो, त्वरित कार्रवाई बल, बम निरोधक दस्ते, खोजी कुत्ते और अचूक निशानेबाज स्टेडियम के चप्पे चप्पे पर तैनात रहेंगे. इसके अलावा उपर आसमान में मानवरहित विमान (यूएवी) हर गतिविधि पर नजर रखेगा.

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सूत्रों ने कहा कि वैसे राष्ट्रमंडल खेल तीन अक्तूबर से शुरू होने के बाद से ही सुरक्षा बंदोबस्त मुकम्मल कर दिये गये हैं और किसी भी दिन कोई कोताही नहीं बरती जा रही है लेकिन समापन समारोह में कडे सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करना सुरक्षा एजेंसियों की प्रमुख जिम्मेदारी है.

उन्होंने बताया कि आकाश में ही वायुसेना के हेलीकाप्टरों पर शार्प शूटर भी तैनात होंगे जो आसमान से किसी भी दुस्साहस का जवाब देने को तैयार रहेंगे.

उल्लेखनीय है कि आतंकवादी संगठन लश्कर ए तय्यबा ने राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान गडबडी फैलाने की कथित धमकी दी थी, जिसके बाद सुरक्षा इंतजाम को नये सिरे से व्यवस्थित कर कई स्तर का बनाया गया था. खेलों के दौरान चार स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों के जवान अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों के साथ तैनात हैं. और तो और खेल गांव, जहां एथलीटों और संबद्ध अधिकारियों के ठहरने और खाने पीने का इंतजाम किया गया है, किले में तब्दील हो गया है और हर आने जाने वाले की सघन तलाशी ली जा रही है.

गृह मंत्रालय ने समापन समारोह के दौरान उपर आसमान में हेलीकाप्टर तैनाती की अनुमति दे दी है, जो कैमरे के जरिए इस आयोजन का सीधा प्रसारण दुनिया के करोड़ों दर्शकों तक पहुंचाएगा.

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सुरक्षाकर्मी टायर बस्टर्स, सीसीटीवी कैमरा, इलेक्ट्रानिक पहचान मशीन, मेटल डिटेक्टर जैसे अत्याधुनिक हथियारों के साथ तैनात हैं और सुरक्षा इंतजाम ठीक उसी तरह का है, जैसा संसद भवन परिसर में है.

सूत्रों ने कहा कि समापन समारोह को सफल बनाने में सुरक्षा का पहलू काफी महत्वपूर्ण है इसलिए चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए विशेष रणनीति तैयार की गयी है.

समापन समारोह से पहले और बाद के एक दो दिन तक दिल्ली के व्यस्त सार्वजनिक स्थानों, बाजारों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अडडे, बस टर्मिनलों, अस्पतालों और अन्य जगहों पर केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान मुस्तैद रहेंगे.

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