स्टार निशानेबाज गगन नारंग ने स्वीकार किया कि उम्मीदों का बोझ निशानेबाजों के लिये नया है जो ओलंपिक की तैयारियों में जुटे हैं. उन्होंने हालांकि वादा किया कि 2012 लंदन ओलंपिक में वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे.
बीजिंग ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा के स्वर्ण पदक के बाद निशानेबाजों से उम्मीदें काफी बढ़ गयी है और अगले साल होने वाले ओलंपिक खेलों में भारतीय निशानेबाजों के प्रदर्शन पर सभी निगाहें लगी होंगी.
आठ निशानेबाज लंदन ओलंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई कर चुके हैं और 2011 के खेल रत्न पुरस्कार हासिल करने वाले नारंग को पूरा भरोसा है कि वह इस दबाव से निपट लेंगे.
नारंग ने तीन दिवसीय हैदराबाद शहर पुलिस खेल प्रतियोगिता के मौके पर कहा, ‘मुझे लगता है कि हम इतनी सुखिर्यों के आदी नहीं हैं. हम तभी खबरों में आते हैं जब हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं. इसलिये यह हमारे लिये नया है. इसलिये यह काफी दबाव वाली स्थिति है. उम्मीद है कि हम इससे अच्छी तरह निपट पायेंगे.’
यह पूछने पर कि यह दबाव नकारात्मक होगा या सकारात्मक तो नारंग ने कहा, ‘अगर ये अधिक हो जाता है तो निश्चित रूप से यह नकारात्मक होगा.’
उन्होंने कहा, ‘हम पर जितना दबाव होता है, उससे निकलने के लिये काफी प्रयास करना होता है. मैं आपको इस समय नहीं बता सकता लेकिन इसमें काफी दबाव होता है.’
कारतूस की कमी से उनकी तैयारियां धीमी चल रही हैं लेकिन तब तक नारंग अपनी फिटेनस पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं. नारंग ने हाल में थ्री पाजीशन स्पर्धा में भी शुरूआत की और वह लंदन में 10 मी एयर राइफल, 50 मी राइफल प्रोन और 50 मी राइफल थ्री पाजीशन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘इस समय हमें राष्ट्रीय चैम्पियनशिप भी खेलनी हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जनवरी में हम एशियाई एयर गन चैम्पियनशिप में भाग लेंगे, जो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाने वाले निशानेबाजों के लिये इस प्रतियोगिता में जगह बनाने का आखिरी टूर्नामेंट होगी. हमें टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.’