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वेस्टइंडीज ने बीच में छोड़ा भारत दौरा, श्रीलंका से पांच मैचों की वनडे सीरीज खेलेगी टीम इंडिया

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार रात यह कहकर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के भारत दौरे की स्थिति पर भ्रम खत्म कर दिया कि सीरीज खत्म कर दी गई है. हालांकि, वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने दावा किया कि उसने अभी तक ऐसा नहीं किया है.

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कैरेबियाई टीम ने बीच में छोड़ा भारत दौरा
कैरेबियाई टीम ने बीच में छोड़ा भारत दौरा

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार रात यह कहकर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के भारत दौरे की स्थिति पर भ्रम खत्म कर दिया कि सीरीज खत्म कर दी गई है. हालांकि, वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने दावा किया कि उसने अभी तक ऐसा नहीं किया है.

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वेस्टइंडीज टूर के भारत दौरे के जारी रहने को लेकर अनिश्चितता की स्थिति रही क्योंकि बीसीसीआई ने कहा कि इसे डब्ल्यूआईसीबी द्वारा खत्म कर दिया गया है. वहीं, विंडीज बोर्ड ने बाद में एक बयान में कहा कि उसने अभी तक ऐसा कोई फैसला नहीं किया है.

इससे पहले दिन में बीसीसीआई ने एक बयान जारी कर कहा था कि वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम अपने बोर्ड के साथ भुगतान विवाद के चलते भारत के शेष दौरे से हट गई है और उसकी जगह श्रीलंका के साथ पांच वनडे मैचों की सीरीज की व्यवस्था कर दी गई है.

बीसीसीआई कर सकता है कानूनी कार्रवाई
बीसीसीआई अब वेस्टइंडीज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है. बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने कहा, ‘वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) ने खिलाड़ियों के साथ विवाद के कारण भारत का वर्तमान दौरा रद्द करने के फैसले से बीसीसीआई को अवगत करा दिया है. उसने बीसीसीआई से कहा है कि उसके खिलाड़ी जल्द ही स्वदेश लौट जाएंगे.’ पटेल ने कहा, ‘डब्ल्यूआईसीबी ने इसका कारण अपने खिलाड़ियों के बीच आंतरिक मुद्दे बताए. बीसीसीआई अब आईसीसी के पास जाएगा. हमारी योजना डब्ल्यूआईसीबी के खिलाफ मामला दर्ज और नुकसान की भरपाई का दावा करने की है. हम इस मामले को यूं ही नहीं छोड़ेंगे क्योंकि हमने उनके साथ प्रत्येक मसले पर सहयोग किया था.’

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गुस्से में है बीसीसीआई...
बीसीसीआई ने कड़े शब्दों वाला बयान जारी करके कहा, ‘बीसीसीआई डब्ल्यूआईसीबी के फैसले से हैरान और बहुत अधिक निराश है. डब्ल्यूआईसीबी का अपने खिलाड़ियों के साथ आंतरिक मसलों को सुलझाने की अक्षमता और इसका असर जारी सीरीज पर पड़ने देना इससे जुड़े किसी भी व्यक्ति को नागवार गुजरा. सीरीज रद्द करने का फैसला करते समय खेल के भविष्य, खिलाड़ियों, बीसीसीआई और डब्ल्यूआईसीबी के लंबे समय से चले आ रहे रिश्तों के बारे में नहीं सोचा गया.’

श्रीलंका के साथ खेली जाएगी वनडे सीरीज...
बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए केवल वनडे खेलने का फैसला किया गया. भारत अब श्रीलंका के साथ पांच मैचों की वनडे सीरीज खेलेगा. अधिकारी ने कहा, ‘इतने कम समय में टेस्ट सीरीज का कार्यक्रम तय करना मुश्किल था क्योंकि टीम को जल्द ही ऑस्ट्रेलिया रवाना होना है. इसलिए वनडे सीरीज का फैसला किया गया जिससे टीम को वर्ल्ड कप में मदद मिलेगी.’ वेस्टइंडीज के हटने से जिन जगहों (कोलकाता, कटक, हैदराबाद, बेंगलुरु और अहमदाबाद) को नुकसान हुआ, उन्हें ही वनडे की मेजबानी सौंपी जा सकती है. बीसीसीआई अगले कुछ दिनों में कार्यक्रम घोषित कर देगा. इससे पहले बीसीसीआई ने साफ किया कि वचनबद्धता का सम्मान करने की कई अपीलों के बावजूद वेस्टइंडीज बोर्ड और उसके खिलाड़ियों ने यह एकतरफा फैसला किया.

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IPL खेलने वाले कैरेबियाई खिलाड़ियों को भी होगा नुकसान!
वेस्टइंडीज को कोलकाता में सोमवार को एक और वनडे मैच खेलना था और इसके बाद 22 अक्टूबर को कटक में टी-20 मैच होना था. सीमित ओवरों की सीरीज के बाद तीन टेस्ट मैच हैदराबाद (30 अक्टूबर से 03 नवंबर), बेंगलुरु (07 से 11 नवंबर), और अहमदाबाद (15 से 19 नवंबर) खेले जाने थे. कैरेबियाई खिलाड़ियों का इस तरह से प्रतिघात करने का व्यापक असर पड़ सकता है क्योंकि इनमें से अधिकतर खिलाड़ी बीसीसीआई के टूर्नामेंट आईपीएल में खेलते हैं और यहां काफी लोकप्रिय हैं.

क्या है पूरा मामला...
असल में कोच्चि में खेले गए पहले वनडे से पहले ही यह संकट पैदा हो गया था जब खिलाड़ियों ने डब्ल्यूआईसीबी द्वारा उन्हें सौंपे गए अनुबंध के विरोध में मैच का बहिष्कार करने की धमकी दी. खिलाड़ी हालांकि मैच में खेले लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि उनके इस फैसले से यह नहीं मान लेना चाहिए कि उन्होंने डब्ल्यूआईसीबी की शर्तों को मान लिया है. ब्रावो ने खिलाड़ियों के संघ के प्रमुख वावेल हाइंड्स को पत्र लिखा जिसमें उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ी ऐसा कोई समझौता स्वीकार नहीं करेंगे जो उनकी सहमति के बिना किया गया है. हम इस मामले में स्वतंत्र सलाह लेंगे और सर्वश्रेष्ठ कार्रवाई करेंगे.’ नये करार के मुताबिक खिलाड़ियों के वेतन में 75 प्रतिशत की कटौती हो रही थी. खिलाड़ियों के भारत पहुंचने के बाद ये करार दिए गए. खिलाड़ियों ने दावा किया कि हाइंड्स ने उनके साथ छल किया है और वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के साथ पिछले महीने नए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करते वक्त उनकी राय नहीं ली. इस सहमति पत्र के तहत उनकी तनख्वाह में भारी कटौती की गई है. समझौते के अनुसार खिलाड़ियों को पता चला है कि उनकी टेस्ट, वनडे और टी-20 की फीस में 75 प्रतिशत कटौती कर दी गई है. इसके अलावा अन्य स्रोतों से मिलने वाली धनराशि में भी भारी कटौती की गई है.

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इनपुटः भाषा

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