भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से रविवार को संन्यास ले लिया, हालांकि वह टेस्ट क्रिकेट खेलते रहेंगे. पाकिस्तान के खिलाफ वर्ष 1989-90 में एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले तेंदुलकर ने 463 एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन बनाए हैं जिनमें 49 शतक और 96 अर्धशतक शामिल हैं. इसके अलावा उनका व्यक्तिगत स्कोर नाबाद 200 है. तेंदुलकर ने अपना अंतिम एकदिवसीय मैच पाकिस्तान के खिलाफ 18 मार्च, 2012 को ढाका में खेला था.
सचिन के संन्यास की खबरें फैलते ही क्रिकेट जगत के दिग्गज खिलाडियों और जानकारों ने सचिन के वन डे क्रिकेट में योगदान की जमकर सराहना की.
कपिल देव ने कहा कि सचिन ने क्रिकेट खिलाडियों को एक बड़ी इज्जत दिलाई है. हर इंसान को एक ना एक दिन संन्यास लेना पड़ता है और उन्होंने भी आज यह फैसला लिया है. हमें उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए.
सौरव गांगुली ने सचिन के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि ये उनका खुद का फैसला है. मुझे नहीं लगता है कि चयनकर्ताओं का उन पर कोई दबाव होगा.
बीसीसीआई के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी ने कहा संन्यास के लिए सचिन पर कोई दवाब नहीं था.
सचिन एक महान खिलाड़ी, एक अच्छे इंसान हैं. हम सब को उन पर गर्व है: हरभजन सिंह