भारत-पाकिस्तान क्रिकेट के मैदान पर अपनी चिर प्रतिद्वंद्विता के लिए जाने जाते हैं. जब क्रिकेट की बात हो तब भारत-पाक क्रिकेट की चर्चा न हो, यह संभव नहीं है. उस पर भी तब, जब 2015 वर्ल्ड कप में इनका पहला मैच ही एक-दूसरे के खिलाफ खेला जाना है. ऐसे में सलाम क्रिकेट कॉनक्लेव के दौरान इसी मुद्दे पर चर्चा के लिए एक सेशन रखा गया ‘भारत बनाम पाकिस्तान’. इस सेशन में कपिल देव, सुनील गावस्कर, अजय जडेजा, इंजमाम उल हक और आमिर सोहेल मंच पर मौजूद थे.
क्या एक बार फिर वर्ल्ड कप में भारत पाकिस्तान से जीत जाएगा? 2015 वर्ल्ड कप में भारत-पाक मुकाबला कौन जीतेगा? यह अभी से क्रिकेट के चाहने वालों के जेहन में आने लगा है और क्रिकेट के दिग्गज भी इससे अछूते नहीं हैं. जहां आम भारतीय की तरह अजय जडेजा अभी से यह मान कर चल रहे हैं कि भारत इस सोच में नहीं रहे कि उसकी टीम बेहतर है और वो मैच जीत जाएंगे, वहीं गावस्कर ने कहा कि पाकिस्तान के पास अभी कोई खास टीम नहीं है. उधर इंजमाम का कहना है कि भारतीय टीम बेहतर है और दोनों टीमों में सबसे बड़ा अंतर धोनी है. कहा जाता है कि क्रिकेट एक टीम गेम है लेकिन लगता है आमिर सोहेल इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते और उनका मानना है कि पाकिस्तानी बॉलर मोहम्मद इरफान ऐसे खिलाड़ी हैं जो मैच बदल सकता है और एक झटके में भारत से मैच जीत सकता है.
इससे पहले चर्चा की शुरुआत हुई भारत-पाकिस्तान के बीच मैच में हाई प्रेशर की बात से. सुनील गावस्कर ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच मैच में प्रेशर की सबसे बड़ी वजह जनसंख्या है जो इन दोनों मुल्कों में है.
इंजमाम ने कहा, ‘हम शारजाह में खेल रहे थे. मैच से पहले जडेजा ने मुझसे कहा कि आपकी पब्लिक शारजाह में हारने की आदी नहीं है, लेकिन हमारी पब्लिक है. तब मैंने कहा कि वर्ल्ड कप में उल्टा है वहां भारतीय टीम जीतती है.’
अजय जडेजा ने कहा, ‘कुल मिलाकर यह खेल है जहां प्रेशर चलता रहता है. भारत-पाकिस्तान के बीच भाषाएं समझने में आसानी होती है. हम एक-दूसरे को बहुत प्यार करते हैं. हमने कभी गाली नहीं दी. स्पॉट में आप उसी से लड़ते हैं जिससे आप डरते हैं या सम्मान करते हैं.’
कपिल देव ने प्रेशर के बारे में कहा, ‘जब हम खेलते थे तब पाकिस्तान की टीम हमसे बेहतर थी. पिछले 15 सालों में हमारी टीम इनसे बहुत बेहतर हो गई है. जब आप जीत के प्रति आश्वस्त होते हैं तो प्रेशर खुद ब खुद कम हो जाता है.’
सवाल: 1992 वर्ल्ड कप में पहली बार भारत-पाकिस्तान मुकाबला हुआ. अजहर आपकी कप्तानी में प्रेशर तो बहुत रहा होगा?
अजहरः हम पहली बार वर्ल्ड कप में खेले और जीते इसके बाद से लगातार जीतते आ रहे हैं. एक बार तो ऐसा हो गया कि मैं ऐसे ही मौके पर बहुत प्रेशर में था, जब हम मैच जीत गए तो मुझे लगा कि मेरे ऊपर से 100 किलो का वजह हट गया.
कपिल देवः आपको हर इंसान आकर मैच नहीं हारने की बात कह कर जाता है, चाहे वह चाय वाला हो या टैक्सी ड्राइवर. कौन मैच हारना चाहता है? जब 150 की स्पीड से बॉल आ रही होती है तो आपको वहां परफॉर्म करना होता है.
सवाल: 1996 में आमिर सोहेल की वेंकटेश प्रसाद से क्या बात हो रही थी?
आमिर सोहेलः अंतिम चार ओवरों में जडेजा जो धुनाई कर रहे थे उससे हम बहुत प्रेशर में थे. मैं तो विकट छोड़-छोड़ कर मार रहा था. मैं उसे अपसेट करना चाहता था, उनका ध्यान भंग करना चाहता था.
सवाल: पाकिस्तान से हार कर नहीं आना, इसका प्रेशर कैसा होता है?
गावस्करः अगर मैच पाकिस्तान के खिलाफ है तो जहां पर भी आप जाते हैं, आपका ब्रेकफास्ट लेकर आने वाला भी आपसे यही कहता है कि आज जरूर जीतना. खेल अपनी जगह है लेकिन जितनी दोस्ती भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच में है वैसी दोस्ती न तो इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच है न ही ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच.
सवाल: क्या भारत को हराना वर्ल्ड कप जीतने से भी बड़ा है?
इंजमामः इंडिया से हारने पर घर वाले भी ठीक से बात नहीं करते. हम लगातार आपस में नहीं खेलते इससे बहुत फर्क पड़ता है. अगर लगातार खेलेंगे तो दोनों तरफ की पब्लिक इसकी आदी हो जाएगी, इससे प्रेशर खत्म तो नहीं होगा लेकिन कुछ कम तो जरूर हो जाएगा.
सवाल: क्या भारत-पाकिस्तान के मैच में ही खिलाड़ी अपना बेस्ट परफॉर्म करते हैं?
अजय जडेजाः मैं बड़ा हुआ तो भारत-पाक क्रिकेट को देखते हुए ही. अगर भारत-पाकिस्तान के मैच में आप अच्छा खेलते हैं तो यह स्प्रींग बोर्ड है. मेरी उस पारी के बाद टीम में छठा नंबर पक्का हो गया.
अजहरुद्दीनः जब हम सहारा कप खेल रहे थे तो इंजमाम की एक दर्शक से झड़प हो गई. तब पूरी भारतीय टीम उनके साथ थी. दोनों देशों को ज्यादा से ज्यादा खेलना चाहिए.
सवाल: 1987 में वर्ल्ड कप के दौरान आपने अपनी पहली और सबसे तेज सेंचुरी लगाई थी, लेकिन अब आईपीएल की तर्ज पर वनडे खेला जा रहा है?
गावस्करः रूल्स चेंज हुए हैं, बैट बहुत अच्छे हो गए हैं. हमारे समय में 200-250 रन बहुत अच्छा स्कोर माना जाता था. लेकिन अब 300-350 रन बनेगा तभी आप सेफ हो सकते हैं.
सवाल: भारत-पाकिस्तान के बीच जब ग्राउंड पर विवाद होता है उसे कैसे संभालना चाहिए?
आमिर सोहेलः उस वक्त इसे होने देना चाहिए, यह एक पेन किलर की तरह काम करता है जिसका असर कुछ समय बाद कम हो जाता है.