दुनिया के 144वें नंबर के खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के निक किर्जीयोस ने विम्बलडन में सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और 14 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन राफेल नडाल को हरा दिया.
पहली बार विम्बलडन खेल रहे 19 साल के किर्गीयोस ने चौथे दौर के मुकाबले में नडाल को 7-6, 5-7, 7-6, 6-3 से हराया. किर्गीयोस पिछले दस साल में विम्बलडन क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले पहले क्वालीफायर बन गए.
वह 1992 के बाद दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी को हराने वाले टॉप 100 के बाहर के पहले खिलाड़ी हैं. उनसे पहले 1992 विम्बलडन के तीसरे दौर में आंद्रे ओल्होवस्की ने जिम कूरियर को हराया था.
तीन सेटों में खत्म हुआ मुकाबला
मंगलवार को सेंटर कोर्ट पर हुए मुकाबले में किर्गीयोस ने पहले ही सेट में टाईब्रेकर में नडाल को हरा उलटफेर का संकेत दे दिया. टूनार्मेंट में गैर वरीय किर्गीयोस ने पहले ही सेट में 13 एस लगाकर दमदार खेल का प्रदर्शन किया. नडाल ने दूसरे सेट में जीत जरूर दर्ज की पर एस और विनर्स के मामले में वह किर्गीयोस से पीछे ही रहे और मामूली अंतर से ही यह सेट जीत पाए.
तीसरे सेट में किर्गीयोस ने एक बार फिर संघर्ष करते हुए टाईब्रेकर में नडाल को मात दे दी. तीन संघर्षपूर्ण सेटों के बाद चौथे सेट में नडाल की थकान का फायदा उठाते हुए युवा किर्गीयोस ने नडाल को हराकर मैच अपने नाम कर लिया.
किर्गीयोस का यह पहला विंबलडन है. वह अब क्वार्टर फाइनल मुकाबले में आठवीं वरीयता प्राप्त कनाडा के मिलॉस राओनिक का सामना करेंगे.