राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहलवान विनेश फोगाट ने कहा है कि वह अगले महीने इंचियोन में होने वाले एशियाई खेलों में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीतने के लिए अपने स्टेमिना और तकनीक पर कड़ी मेहनत कर रही हैं. विनेश ने कहा, ‘मेरा लक्ष्य स्वर्ण पदक है और इसके लिए मैं कड़ा अभ्यास कर रही हूं.’
ग्लासगो से लौटने के कुछ दिन बाद से ही विनेश ने अपनी चचेरी बहन बबीता के साथ लखनऊ के साइ केंद्र में अभ्यास शुरू कर दिया है और 19 सितंबर से चार अक्टूबर तक होने वाले एशियाई खेलों से पहले उनका एक बार भी घर जाने का इरादा नहीं है.
राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं विनेश
विनेश ने कहा, मैं एक दिन का ब्रेक भी नहीं लेना चाहती और एशियाई खेलों से पहले अपने गांव नहीं जाना चाहती क्योंकि दो से तीन दिन का ब्रेक भी आपकी तैयारी को नुकसान पहुंचा सकता है. उन्होंने कहा, ‘मैं लखनऊ के साइ केंद्र में कोचों के मार्गदर्शन में अन्य खिलाड़ियों के साथ कड़ी ट्रेनिंग कर रही हूं. मेरा पूरा ध्यान अगले महीने होने वाली प्रतिष्ठित प्रतियोगिता पर है.’
पिछले महीने राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं के 48 किलो ग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग का स्वर्ण पदक जीतने वाली हरियाणा के बलाली गांव की 19 वर्षीय विनेश ने कहा कि वह उन क्षेत्रों पर काम कर रही हैं जिनमें स्काटलैंड में टूर्नामेंट के दौरान वह पिछड़ रही थी.
विनेश ने खुलासा किया, ‘मैं अपने स्टेमिना में सुधार पर काम कर रही हूं जो राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान परेशानी खड़ी कर रहा था. इसके अलावा मैं अपनी तकनीक पर भी ध्यान दे रही हूं.’
अपनी बहनों गीता और बबिता से प्रेरित विनेश ने राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण करते हुए स्वर्ण पदक जीता. विनेश आगामी प्रतियोगिता की चुनौती से अच्छी तरह वाकिफ हैं और उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में प्रतिस्पर्धा का स्तर ओलंपिक से कम नहीं होगा.