मौजूदा चैंपियन मैग्नस कार्लसन ने पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद की आखिरी क्षणों की गलती का फायदा उठाकर रूस में चल रही विश्व शतरंज चैंपियनशिप की दूसरी बाजी अपने नाम कर ली. पिछले साल चेन्नई में कार्लसन से विश्व खिताब गंवाने वाले आनंद ने इस बार नार्वे के खिलाड़ी से पहली बाजी ड्रॉ खेली थी. आनंद ने पहली बाजी 'ड्रॉ' खेली
आनंद रविवार को काले मोहरों के साथ उतरे. वह शुरू से बड़े सहज होकर आगे बढ़ रहे थे और एक समय लग रहा था कि यह बाजी भी ड्रॉ समाप्त होगी. कार्लसन ने सफेद मोहरों के साथ रूई लोपेज पद्धति अपनाई, जिस पर आनंद ने सुरक्षित रवैया अपनाया और बर्लिन डिफेन्स से अपनी शुरुआत की.
भारतीय खिलाड़ी ने अपने ऊंट को कुशलता से आगे बढ़ाकर बाजी को बराबरी पर रखने की कोशिश की, लेकिन मैग्नस का लक्ष्य शुरू से ही जीत दर्ज करने का था और ऐसे में आनंद के लिए सतर्कता बरतनी भी जरूरी थी. मिडिलगेम में दोनों खिलाड़ी कुछ हद तक बराबरी की स्थिति में दिख रहे थे, लेकिन 34वीं चाल में आनंद ने एक गलत चाल चली, जिससे कार्लसन की जीत सुनिश्चित हो गई. इससे आनंद भी समझ गए कि अब उनके लिए वापसी का कोई रास्ता नहीं बचा है. इस तरह से यह बाजी 35 चाल में समाप्त हो गई. कार्लसन 12 बाजियों के मुकाबले में अब 1.5-0.5 से बढ़त पर हैं. आनंद को वापसी के लिए कुछ खास करना होगा.
इस मुकाबले में जो भी खिलाड़ी पहले 6.5 अंक बनाएगा, वह विजेता बनेगा. सोमवार को विश्राम का दिन है और आनंद को नए सिरे से रणनीति बनाने का मौका मिलेगा. तीसरी बाजी मंगलवार को खेली जाएगी.
---इनपुट भाषा से