पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर को लगता है कि आईपीएल संचालन परिषद के सदस्यों को चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक गुरुनाथ मयप्पन पर लगाये गये आरोपों की जांच के आयोग में शामिल करने पर किसी तरह के संदेह व्यक्त नहीं किये जाने चाहिए.
बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने घोषणा की थी कि मयप्पन मामले की जांच तीन सदस्यीय आयोग करेगा जिसमें पांच सदस्यीय संचालन परिषद के दो सदस्य भी शामिल हैं. इससे सवाल उठाये जाने लगे थे कि जांच निष्पक्ष होगी या नहीं.
गावस्कर को हालांकि आईपीएल संचालन परिषद के दो सदस्यों में शामिल किए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘आईपीएल संचालन परिषद के सदस्यों की ईमानदारी पर संदेह करना सही नहीं है. उनकी सत्यनिष्ठा पर केवल इसलिए संदेह करना अनुचित है कि वह गुरुनाथ मसले की जांच करने जा रहे हैं.’
गावस्कर ने कहा, ‘बीसीसीआई बोर्ड के अंदरूनी मसलों से जुड़े कई मसलों की जांच करता है और यदि इनमें कोई आपत्ति नहीं होती है तो फिर इस मामले में कैसे समस्या हो सकती है. तीन सदस्यीय आयोग का सम्मान किया जाना चाहिए.'
अरूण लाल की टिप्पणी पर गावस्कर ने कहा, ‘मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अभी मैं और रवि बीसीसीआई से अनुबंधित नहीं हैं.’
गावस्कर ने कहा कि मयप्पन सीएसके (चेन्नई सुपरकिंग्स) का टीम प्रिंसिपल या मालिक था या नहीं इससे आयोग को निबटने देना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘राजस्थान रॉयल्स के जिन तीन खिलाड़ियों को गिरफ्तार किया गया वे फ्रेंचाइजी के अनुबंधित खिलाड़ी थे लेकिन जहां तक मयप्पन का सवाल है तो टीम प्रबंधन ने कहा कि वह टीम से नहीं जुड़ा था. इस पूरे मामले की आयोग जांच करेगा.’