युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने अपने बेटे के बचाव में कहा कि 'इस बायें हाथ के बल्लेबाज को भारत की आईसीसी विश्व टी20 फाइनल में ढाका में कल मिली हार के लिये अकेले जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहिए जो 21 गेंद में 11 रन बनाकर जूझ रहे थे'. उन्होंने कहा, 'जब हम हारते हैं, चारों ओर से आलोचना होती है. उतार चढ़ाव जिंदगी का हिस्सा होते हैं और यह इस मैच का भी हिस्सा था'.
युवराज सिंह आउट ऑफ फॉर्म हैं. लेकिन पिता योगराज का मानना है कि 'जब एक खिलाड़ी खराब दौर से गुजरता है तो दिमागी हालत ऐसी बन जाती है कि वह यह सोचना शुरू कर देता है कि अगर वह रन नहीं बना पाता तो वह टीम से बाहर हो जायेगा या फिर टीम हार जायेगी. खेल के लिये खिलाड़ी की खेल भावना ज्यादा महत्वपूर्ण होती है.
योगराज ने शेयर किया, जब वेस्टइंडीज 1983 विश्व कप में भारत से हार गया था तो सर विवियन रिचर्ड्स भारतीय ड्रेसिंग रूम में गये थे और उन्होंने टीम को बधाई दी थी और कहा था कि उन्होंने बेहतर क्रिकेट खेला और वे जीत के हकदार थे.
योगराज के अनुसार युवराज को ज्यादा से ज्यादा घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए.