टीम इंडिया ने टी20 में अजेय रहने का सिलसिला जारी रखते हुए एशिया कप में श्रीलंका को पीटकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली. टीम इंडिया की इस जीत में मैन ऑफ द मैच विराट कोहली का बड़ा योगदान रहा. लेकिन इस जीत में कोहली के साथ रैना की साझेदारी और युवराज सिंह की धुंआधार पारी को भी नकारा नहीं जा सकता. आइए आपको बताते हैं टीम इंडिया की इस बड़ी जीत के महारथियों के बारे में
पंड्या ने जमाया 'हार्दिक' रंग
ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने इस मैच से फिर एक बार सीमित ओवरों के खेल में अपनी अहमियत साबित की. पहले तो उन्होंने खतरनाक बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान को सटीक बाउंसर पर अश्विन के हाथों कैच आउट कराकर श्रीलंका को करारा झटका दिया. इसके बाद पंड्या ने श्रीलंकाई कप्तान और सीमित ओवरों के धांसू बैट्समैन एंजेलो मैथ्यूज को बोल्ड कर श्रीलंका की बैटिंग की कमर तोड़ दी. इतना ही नहीं उन्होंने बुमराह की गेंद पर स्वीपर कवर बाउंड्री पर जबरदस्त कैच लेकर इस मैच में श्रीलंका की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कप्पुगेदरा की पारी का भी अंत किया.
चला अश्विन की फिरकी का जादू
श्रीलंका के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन के लिए जाने जाने वाले स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को इस मैच में देरी से अटैक पर लगाया गया. हालांकि अश्विन पर इसका कोई खास असर नहीं हुआ और उन्होंने श्रीलंकाई बल्लेबाजी को दो करारे झटके दिए. अपने पहले दो ओवरों में विकेट लेने में नाकाम रहे अश्विन ने अपने तीसरे ओवर की पहली ही गेंद पर खतरनाक होते जा रहे सिरिवर्दना को लॉन्ग ऑन पर रैना के हाथो लपकवाया. इसी ओवर में अश्विन ने रोहित शर्मा की जबरदस्त फील्डिंग से मिले मौके को भुनाते हुए शनाका को रनआउट किया. अपने अंतिम ओवर में अश्विन ने तेजी से रन जुटा रहे थिसारा परेरा को कप्तान धोनी के हाथों स्टंप कराया.
विकेट के पीछे धोनी का धमाल
टीम इंडिया के कैप्टन कूल को इस मैच में विनिंग शॉट जमाने का मौका तो नहीं मिला लेकिन उन्होंने इस मैच में विकेट के पीछे जबरदस्त खेल दिखाया. धोनी ने इस मैच में तीन शिकार करने के साथ ही विराट कोहली के थ्रो पर एक रनआउट भी किया. माही ने सबसे पहले नेहरा की गेंद पर चांदीमल का कैच पकड़कर उन्हें पैवेलियन भेजा. इसके बाद उन्होंने बुमराह की गेंद पर जयसूर्या का शिकार किया और फिर अश्विन की वाइड गेंद पर जबरदस्त रिफ्लेक्सेज दिखाते हुए परेरा को स्टंप किया. एमएसडी ने इसके बाद कोहली के थ्रो पर बिजली सी तेजी दिखाते हुए कुलसेकरा को रनआउट किया.
कोहली की बैटिंग और रैना का साथ
मात्र 16 रनों पर दोनों ओपनरों के विकेट खोने से संकट में आती टीम इंडिया को पिछले मैच की तरह इस बार भी कोहली ने ही संभाला. उन्होंने तीसरे विकेट के लिए सुरेश रैना के साथ तीसरे विकेट के लिए 7.5 ओवरों में 54 रनों की तेज साझेदारी की. रैना ने इस साझेदारी में महत्वपूर्ण 25 रनों का योगदान दिया. कोहली ने समझदारी से खेलते हुए अंत तक विकेट पर खड़े रहकर शानदार फिनिशिंग स्किल्स दिखाईं और टीम इंडिया को जीत दिलाकर ही लौटे. उन्होंने 47 गेंदों पर सात चौकों की मदद से नाबाद 56 रन बनाए.
मैदान पर आया युवराज का तूफान
12वें ओवर में 70 रनों के कुल स्कोर पर रैना के आउट होने के बाद क्रीज पर आए युवराज 17वें ओवर में जब आउट हुए तो स्कोर बोर्ड पर 121 रन टंग चुके थे. उन्होंने कोहली के साथ चौथे विकेट के लिए मात्र 34 गेंदों में 51 रनों की ताबड़तोड़ साझेदारी की. युवी मैदान पर आते ही लंकाई गेंदबाजों पर टूट पड़े और मात्र 18 गेंदों में तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से 35 रन कूट डाले. युवी इतने कातिलाना मूड में थे कि अगर वो एक ओवर भी और टिक जाते तो मैच वहीं खत्म हो जाता. अपनी इस पारी से वो टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में चौथे नंबर पर आ गए. उन्होंने अब तक खेले 49 मैचों की 43 पारियों में 68 छक्के जमाए हैं. दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने अपने टी20 इंटरनेशनल करियर में इतने ही चौके भी लगाए हैं.