टी20 वर्ल्ड कप 2021 के अपने दूसरे मुकाबले में टीम इंडिया का सामना न्यूजीलैंड से होना है. 31 अक्टूबर को होने वाले यह मुकाबला भारतीय टीम के लिहाज से काफी अहम होगा. भारतीय टीम की कप्तानी विराट कोहली के कंधों पर होंगी, वहीं केन विलियमसन न्यूजीलैंड टीम की बागडोर संभालेंगे. अब तक सुपर-12 के हुए मुकाबले को देखकर कहा जा सकता है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में टॉस का रोल काफी ज्यादा महत्वपूर्ण रहने वाला है.
विराट का टॉस जीतना जरूरी
इस टी20 वर्ल्ड कप में अब तक सुपर-12 के 9 मुकाबले हुए हैं, जिसमें 8 मुकाबलों में दूसरी बैटिंग करने वाली टीम ने जीत दर्ज की.
इस दौरान सात मुकाबलों में टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करन वाली टीम ने जीत हासिल की. बुधवार को इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी चुनी और उसे हार झेलनी पड़ी. वहीं, अफगानिस्तान-स्कॉटलैंड के बीच का मुकाबला अपवाद कह सकते हैं, जहां अफगान टीम ने पहले बैटिंग करने के बावजूद जीत हासिल की.
ओस की भी होगी अहम भूमिका
भारत-न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला शाम में शुरू होगा, ऐसे में ओस का रोल भी काफी अहम होगा. जाहिर तौर पर जो टीम बाद में गेंदबाजी करेगी उन्हें नुकसान हो सकता है और बल्लेबाजों को फायदा पहुंच सकता है. साथ ही, ओस के चलते गेंदबाजों को गेंद पर ग्रिप बनाने में मुश्किल होती है. ऐसे में टॉस जीतकर बॉलिंग करना दोनों टीमों को सूट करेगा. हालांकि विराट का टॉस जीतने का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है.
पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भी भारतीय टीम को टॉस हारकर पहले बैटिंग करने पर विवश होना पड़ा था और वह 151 रनों का ही स्कोर खड़ा कर पाई थी. इसके बाद भारतीय गेंदबाजी पूरी तरह फ्लॉप रही थी और पाकिस्तान ने 17.5 ओवरों में ही बिना विकेट खोए लक्ष्य हासिल कर लिया था. पाकिस्तानी पारी के दौरान ओस फैक्टर भी देखने को मिला था और भारतीय स्पिनर्स कारगर साबित नहीं हुए.