पाकिस्तान टीम ने मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन अहम मुकाबले में बाबर आजम की टीम को ऑस्ट्रेलिया ने पांच विकेट से हरा दिया था. इस हार के साथ ही पाकिस्तान टीम का दूसरी बार वर्ल्ड कप जीतने का ख्वाब अधूरा रह गया था.
टीम की हार के बाद के पाक फैंस अपनी भावनाओं को काबू में नहीं रख पाए थे. दिल तोड़ने वाली हार के लिए हसन अली को जमकर ट्रोल किया गया और उनकी फैमिली को भी निशाने पर लिया गया था. हालांकि पाकिस्तान के कुछ पूर्व क्रिकेटर्स हसन अली के सपोर्ट में भी उतर आए थे.
अब हसन अली ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं जानता हूं कि आप सभी अपसेट हैं क्योंकि मेरा प्रदर्शन आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. लेकिन आप सबसे कई ज्यादा निराश मैं हूं. मुझसे रखने वाली उम्मीदों को मत बदलिए. मैं यथासंभव पाकिस्तान क्रिकेट की उच्चतम स्तर पर सेवा करना चाहता हूं. इसी लिए फिर से कड़ी मेहनत करने में जुट रहा हूं. यह धब्बा मुझे मजबूती प्रदान करेगा. आपके मैसेज, ट्वीट, पोस्ट, कॉल और दुआओं के लिए धन्यवाद. इनकी मुझे बहुत जरूरत थी.'
میرا سینہ تیری حُرمت کا ہے سنگین حصار،
— Hassan Ali 🇵🇰 (@RealHa55an) November 13, 2021
میرے محبوب وطن تُجھ پہ اگر جاں ہو نثار
میں یہ سمجھوں گا ٹھکانے لگا سرمایہِ تن،
اے میرے پیارے وطن 💚🇵🇰 pic.twitter.com/4xiTS0hAvx
...कैच छोड़ना पड़ा था भारी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस मुकाबले मे अंतिम दो ओवरों में जीत के लिए 22 रनों की दरकार थी. ऐसे में कप्तान बाबर आजम ने गेंद अपने भरोसेमंद तेज गेंदबाज शाहीन आफरीदी को सौंपी. ओवर की तीसरी गेंद पर शाहीन आफरीदी मैथ्यू वेड को आउट करने का बेहतरीन चांस भी बनाया, लेकिन हसन अली उस आसान से कैच को लपक नहीं पाए. इसके बाद जो हुआ वो इतिहास बन गया.
पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम ने मैच के बाद हार के लिए हसन अली के कैच छोड़ने को जिम्मेदार ठहराया था. बाबर ने कहा था, 'वो कैच छूटना टर्निंग प्वाइंट था. अगर हमने वो कैच ले लिया होता तो चीजें अलग हुई होतीं.'
खिताब जीतने का सपना टूटा
उस हार के साथ ही पाकिस्तान के दूसरी बार खिताब जीतने की उम्मीदें ध्वस्त हो गईं. गौरतलब है कि पाकिस्तान ने साल 2010 में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था. इंग्लैंड में हुए उस विश्व कप कप के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने श्रीलंका को आठ विकेट से मात दी थी. इस साल भी पाकिस्तान ने लगातार पांच मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई, लेकिन वह ऑस्ट्रेलियाई बाधा पार नहीं कर सकी.