टी-20 वर्ल्डकप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को हराकर इतिहास रचा. एरॉन फिंच की अगुवाई वाली ये टीम पहली ऐसी ऑस्ट्रेलिया टीम बनी है, जिसने टी-20 वर्ल्डकप जीता हो. न्यूजीलैंड ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 172 रन बनाए, फाइनल मुकाबले के हिसाब से ये एक बढ़िया स्कोर था.
लेकिन ऑस्ट्रेलिया के मिचेल मार्श ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए ऐसा कमाल किया कि न्यूजीलैंड का खिताब जीतने का सपना सिर्फ सपना ही रह गया. मिचेल मार्श ने कुल 77 रनों की नाबाद पारी खेली और अपनी टीम को चैम्पियन बना दिया.
आते ही जता दिए थे अपने इरादे
कप्तान एरॉन फिंच का विकेट जल्दी गिरने के बाद मिचेल मार्श क्रीज पर आए, उन्होंने आते ही अपने इरादे जता दिए थे क्योंकि पहली ही बॉल पर छक्का जड़ा था. मिचेल मार्श ने पारी में अपनी पहली बॉल पर छक्का, दूसरी और तीसरी बॉल पर चौके जड़े थे. डेविड वॉर्नर के साथ मिलकर मिचेल मार्श ने न्यूजीलैंड के सपने को चकनाचूर किया.
फाइनल मुकाबले में मिचेल मार्श ने 50 बॉल में 77 रनों की पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 6 चौके, 4 छक्के जड़े और 154 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए. मिचेल मार्श को इस पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.
फास्ट बॉलिंग वाला ऑलराउंडर जो तीसरे नंबर पर खेला
मिचेल मार्श ने इस टी-20 वर्ल्डकप में दो फिफ्टी जड़ी और दोनों ही मैच को बदलने वाली पारी थी. न्यूजीलैंड के खिलाफ 77 रन नाबाद से पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ भी 53 रनों की पारी खेली थी. इस टी-20 वर्ल्ड कप में मिचेल मार्श ने 77, 28, 53, 16, 11 रनों का पारियां खेली हैं.
ऑस्ट्रेलिया की बहुचर्चित मार्श फैमिली का हिस्सा मिचेल मार्श ने अपने करियर की शुरुआत बतौर निचले क्रम के बल्लेबाज के तौर पर की थी, जो 140 KMPH की रफ्तार से बॉल भी डाल सकता था. उन्होंने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन 2019 के बाद उन्होंने टीम में वापसी की.
टी-20 फॉर्मेट में बड़ी हिटिंग के दम पर अपनी जगह बनाई. यही वजह रही कि मिचेल मार्श को तीसरे नंबर के लिए तैयार किया गया, ताकि ऑस्ट्रेलिया को ओपनिंग जोड़ी के बाद भी एक हार्ड हिटिंग बैटर मिल सके. मिचेल मार्श ने सबसे बड़े मंच पर अपना खेल दिखाया.