टी20 वर्ल्ड कप के सुपर-12 चरण में रविवार को दुबई में भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने होंगी. दिग्गज सितारों से सजी भारतीय टीम इस 'महा मुकाबले' में पाकिस्तानी टीम को फिर से चारों खाने चित करने के लिए तैयार है. जब किसी आईसीसी टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें एक-दूसरे का सामना करती हैं तो दर्शकों का उत्साह भी बुलंदियों पर होता है. यह एक ऐसा मैच है, जिसका सभी को इंतजार रहता है. आईसीसी से लेकर प्रसारक तक इस मैच से मोटी कमाई करने पर ध्यान देते हैं तो प्रशंसकों की भावनाएं इससे जुड़ी होती हैं. यह मुकाबला भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे से खेला जाएगा.
जारी रहेगा विजय अभियान! टीम इंडिया को मिला धोनी का साथ
टीम इंडिया अपने विजय अभियान जारी रखने के लिए उतरेगी. आईसीसी के वनडे और टी20 वर्ल्ड कप की बात करें, तो भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सभी 12 मैचों में जीत हासिल की है. टी20 वर्ल्ड कप के 2007 में शुरू होने के बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान को पांचों मैच में शिकस्त दी है.
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप में सभी मैच महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में जीते, जो मेंटर (मार्गदर्शक) के तौर पर कप्तान विराट कोहली का साथ देने के लिए टीम के साथ मौजूद हैं. धोनी की मौजूदगी ही बाबर आजम और उनके साथियों की सिरदर्द बढ़ाने के लिए काफी है.
मुकाबला होगा बेहद कड़ा, ताकत झोंकने के लिए खिलाड़ी तैयार
लेकिन टी20 ऐसा प्रारूप है, जिसमें किसी भी टीम की जीत सुनिश्चित नहीं मानी जा सकती है. सुनील गावस्कर हों या सौरव गांगुली, इस खेल की समझ रखने वाला प्रत्येक व्यक्ति यह अच्छी तरह से समझता है कि इस प्रारूप में दो टीमों के बीच अंतर बहुत कम होता है और कोई भी एक खिलाड़ी अपनी टीम को जीत दिला सकता है. यह खिलाड़ी कोहली भी हो सकते हैं, जो कि इस मैच से फॉर्म में वापसी करने के लिए प्रतिबद्ध होंगे. यह खिलाड़ी शाहीन शाह आफरीदी भी हो सकते हैं, जो भारतीय शीर्ष क्रम पर हावी होने की कोशिश करेंगे. यह मोहम्मद रिजवान या मोहम्मद शमी या फिर सूर्यकुमार यादव कोई भी हो सकता है.
टीम को मुश्किल में डाल सकती है मैदान पर एक भी चूक
खिलाड़ी भले ही कहते रहे हैं कि यह उनके लिए एक अन्य मैच की तरह है, लेकिन इस बात को वे भी अच्छी तरह से जानते हैं कि प्रौद्योगिकी के इस जमाने में उनका लचर प्रदर्शन वर्षों तक उन्हें सालता रहेगा. चयन समिति के वर्तमान अध्यक्ष चेतन शर्मा से बेहतर भला इसे कौन जानता होगा जिनकी आखिरी गेंद पर 35 साल पहले जावेद मियादाद ने विजयी छक्का लगाया था. लेकिन तब से क्रिकेट काफी बदल चुका है और अब भारत क्रिकेट की सबसे मजबूत ताकत बन गया है जिसके पास कई अच्छे खिलाड़ी हैं.
पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान क्रिकेट पर अस्तित्व का संकट मंडरा रहा है और ऐसे में भारत के खिलाफ मैच उसमें कुछ जीवन भर सकता है, लेकिन यह आसान नहीं होगा. भारतीय खिलाड़ी यूएई में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलकर इस टूर्नामेंट में उतर रहे हैं, जबकि पाकिस्तान अपनी घरेलू सीरीज यहां खेलता रहा है.
भारत की तुलना में पाकिस्तान पर अधिक होगा दबाव
विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह जैसे क्रिकेटर पिछले मैचों के सहारे आगे बढ़ने या किसी तरह के दबाव में आने वाले खिलाड़ियों में शामिल नहीं हैं. भारत की तुलना में पाकिस्तान पर अधिक दबाव होगा. शाहीन आफरीदी, रिजवान, हारिस रऊफ और बाबर जैसे खिलाड़ियों पर न सिर्फ एक विश्वस्तरीय टीम के खिलाफ विश्व कप से जुड़ा मिथक तोड़ने की जिम्मेदारी है, बल्कि उन्हें पाकिस्तान को लेकर क्रिकेट जगत की धारणा भी बदलनी होगी जिसके कारण इंग्लैंड और न्यूजीलैंड ने हाल में अपना पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया था.
टॉप ऑर्डर के 5 बल्लेबाज पाकिस्तान पर पड़ेंगे भारी
भारतीय बल्लेबाजी का मजबूत पक्ष उसके शीर्ष क्रम के पांच बल्लेबाज रोहित, केएल राहुल, कोहली, सूर्यकुमार और ऋषभ पंत हैं. यह ऐसा बल्लेबाजी क्रम है जो आफरीदी, रऊफ, हसन, इमाद वसीम, शादाब खान के धुर्रे उड़ा सकता है. यदि हार्दिक पंड्या केवल बल्लेबाज के रूप में खेलते हैं तो भारत की परेशानी छठे गेंदबाज को लेकर होगी.
प्लेइंग XI के लिए हो सकते हैं कुछ चौंकाने वाले फैसले
गेंदबाजी विभाग में बुमराह, शमी, रवींद्र जडेजा और वरुण चक्रवर्ती का चुना जाना तय है. भुवनेश्वर कुमार के अनुभव से उन्हें शार्दुल ठाकुर पर प्राथमिकता मिल सकती है. यदि अतिरिक्त स्पिनर रखना हो तो रविचंद्रन अश्विन को राहुल चाहर पर प्राथमिकता मिलेगी. भारतीय टीम प्रबंधन हालांकि कुछ चौंकाने वाले चयन भी कर सकता है.
... भारत से बदला लेने के लिए बेताब शोएब और हफीज
जहां तक पाकिस्तान की बात है तो उसका मुख्य खिलाड़ी कप्तान बाबर हैं, जो तीनों प्रारूपों में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं. उन्हें गेंदबाजी में शाहीन आफरीदी से उचित सहयोग की दरकार रहेगी. बाएं हाथ के स्पिनर इमाद का यूएई में शानदार रिकॉर्ड रहा है और ऐसे में वह भारतीय मध्यक्रम के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं. अनुभवी शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज भी भारत से बदला लेने के लिए बेताब होंगे.
टीमें इस प्रकार हैं -
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, ईशान किशन, शार्दुल ठाकुर, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, वरुण चक्रवर्ती, राहुल चाहर
पाकिस्तान: बाबर आजम (कप्तान), मोहम्मद रिजवान, फखर जमां, मोहम्मद हफीज, शोएब मलिक, हसन अली, हारिस रऊफ, शाहीन शाह आफरीदी, इमाद वसीम, शादाब खान, मोहम्मद नवाज, आसिफ अली, हैदर अली, सरफराज अहमद, मोहम्मद वसीम, सोहैब मकसूद.'