टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का सफर काफी निराशाजनक रहा है. टीम इंडिया लगातार दो मैच गंवा चुकी है और उसके सेमीफाइनल में पहुंचने की राह काफी मुश्किल है. गौरतलब है कि भारत को पहले मुकाबले में पाकिस्तान ने 10 विकेट से मात दी थी. इसके बाद रविवार को दूसरे मैच में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. दरअसल, टीम इंडिया इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है. एक तरफ खिलाड़ी उस समीकरण को ध्यान रखते हुए अपने बाकी मैच खेलने उतरेंगे, ताकि टीम सेमीफाइनल में जा सके, जबकि दूसरी तरफ आईपीएल मेगा ऑक्शन की बातें भी उनके दिमाग में चल रही होंगी.
दो लगातार हार के बाद अब भारत के लिए अंतिम चार में पहुंचने की थोड़ी उम्मीद अब भी बची है. सबसे जरूरी यह है कि भारत सुपर-12 में अपने अगले तीनों मैच बड़े अंतर से जरूर जीते, ताकि उसके नेट रनरेट में सुधार आए. इसके साथ ही भारत को दूसरे परिणामों पर भी निर्भर रहना पड़ेगा. भारत 5 नवंबर को अफगानिस्तान का मुकाबला करने के बाद 5 नवंबर को स्कॉटलैंड और 8 नवंबर को नामीबिया का सामना करेगी.
वैसे, भारतीय टीम की नजरें 7 नवंबर को होने वाले अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड मुकाबले पर भी टिकी रहेंगी. यदि अफगानिस्तान की टीम न्यूजीलैंड को मात देने में सफल होती है और वो 5 नवंबर को भारत के खिलाफ हार जाती है उस परिस्थिति में भारत का कुछ चांस बन सकता है.
ऐसी स्थिति में ग्रुप मैचों की समाप्ति के बाद भारत, अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के 6-6 अंक हो सकते हैं और नेट रन रेट से फैसला होगा. वैसे भारत का नेट रनरेट फिलहाल -1.609 है, यह खासकर अफगानिस्तान (+3.948) से काफी खराब है. वहीं, न्यूजीलैंड की बात की जाए तो उसका नेट रनरेट फिलहाल +0.765 है.
रिटेंशन को लेकर भी 'प्रेशर'
टीम इंडिया पर अब अगले तीन मुकाबलों में बड़ी जीत दर्ज करने का दबाव है. ऐसी स्थिति में एक तरफ भारतीय खिलाड़ियों को गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन करना पड़ेगा. दूसरी ओर, भारतीय खिलाड़ी आगामी आईपीएल ऑक्शन को लेकर भी उधेड़बुन में होंगे. बीसीसीआई ने आईपीएल 2022 के लिए रिटेंशन का नियम भी जारी कर दिया है. रिटेंशन के संबंध में अंतिम विकल्प खिलाड़ी के पास रहेगा, क्या वह बरकरार रहना चाहते हैं या नीलामी पूल में जाना चाहते हैं. ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों के मन में आईपीएल को लेकर सवाल जरूर आ रहा होगा.
नियमों के मुताबिक पहले से मौजूद आठ टीमों को अधिकतम चार खिलाड़ियों को रिटेन करने का मौका मिलेगा. इसके लिए आठ पुरानी टीमों को एक से 30 नवंबर के दौरान खिलाड़ियों के रिटेंशन की लिस्ट जारी करनी होगी. इसके बाद दो नई टीमें लखनऊ और अहमदाबाद एक से 25 दिसंबर के दौरान तीन-तीन खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ सकती हैं.
यह भी कहा गया है कि आठ पुरानी टीमें अधिकतम तीन भारतीय खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं. इनमें कैप्ड और अनकैप्ड दोनों तरह के खिलाड़ी शामिल हैं. लेकिन कोई टीम दो से ज्यादा अनकैप्ड खिलाड़ी को रिटेन नहीं कर पाएंगी. इसके साथ ही ये आठ टीमें अधिकतम दो विदेशी खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है. उधर, नई टीमों की बात की जाए, तो वे अधिकतम दो भारतीय प्लेयर्स को रिटेन कर सकती हैं.
... खिलाड़ियों की सैलरी कैप
अगर किसी फ्रेंचाइज़ी ने नीलामी से पहले अधिकतम चार खिलाड़ियों को बरकरार रखा है, तो वेतन पर्स से पहले खिलाड़ी के लिए 16 करोड़, दूसरे के लिए 12 करोड़, तीसरे के लिए 8 करोड़ और चौथे के लिए छह करोड़ रुपए कटेंगे. यदि केवल तीन खिलाड़ियों को बरकरार रखा जाता है तो पहले के लिए 15 करोड़, दूसरे के लिए 11 करोड़ और तीसरे के लिए सात करोड़ रुपए कटेंगे.
दो खिलाड़ियों को रिटेन करने की स्थिति में पहले के लिए 14 और दूसरे के लिए 10 करोड़ रुपए काट लिए जाएंगे. यदि केवल एक खिलाड़ी को रिटेन किया जाता है, तो फ्रेंचाइजी को अपने पर्स से 14 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा.