Ashleigh Barty Retirement: टेनिस की दुनिया की नंबर-1 महिला खिलाड़ी एश्ले बार्टी ने बुधवार (23 मार्च) को रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है. यह फैसला उन्होंने अपने जन्मदिन से ठीक एक महीने पहले लिया है. वह 24 अप्रैल को 26 साल की हो जाएंगी. इतनी कम उम्र में संन्यास लेकर उन्होंने फैन्स को चौंका दिया है.
हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब उन्होंने टेनिस को छोड़ा हो. इससे पहले भी वे 2014 में टेनिस को अलविदा कह चुकी थीं. तब बार्टी ने खुद को मानसिक तौर पर मजबूत करने के लिए टेनिस छोड़कर क्रिकेट जॉइन किया था. तब बार्टी ने कहा था कि वो एक सामान्य लड़की की तरह लाइफ जीना चाहती हैं.
इस बार भी उन्होंने कुछ इसी तरह टेनिस को दोबारा छोड़ा है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि एश्ले बार्टी फिर से क्रिकेट में आ सकती हैं. 2014 में भी टेनिस छोड़ने के बाद क्रिकेटर बनते ही एश्ले बार्टी ने ऑस्ट्रेलियाई घरेलू टूर्नामेंट वुमन्स बिग बैश लीग (WBBL) खेला था.
बार्टी ने 2015-16 सीजन में ब्रिस्बेन हीट की ओर से क्रिकेट खेली थी. तब उन्होंने लीग में कुल 9 मैच खेले, जिसमें कुछ खास नहीं कर सकी और 11.33 की औसत से सिर्फ 68 रन ही बना पाईं. इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 39 रन रहा था.
लीग के अलावा एश्ले बार्टी ने 2015-16 के सीजन में क्वींसलैंड के लिए 2 लिस्ट-ए मैचों में भी भाग लिया था. यहां भी वे कुछ खास नहीं कर पाईं और दोनों मैचों में 5.5 की औसत से महज 11 रन ही बनाए थे. क्रिकेट में कुछ नहीं हुआ, तो उन्होंने 2016 में फिर से टेनिस में वापसी की और फिर धमाल मचा दिया.
ऑस्ट्रेलिया की स्टार प्लेयर एश्ले बार्टी ने करियर में तीन ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं. उन्होंने सबसे पहले 2019 में रोलां गैरो (फ्रेंच ओपन) खिताब जीता था. इसके बाद 2021 में विम्बलडन चैम्पियन बनीं.
बार्टी ने तीसरा ग्रैंड स्लैम इसी साल ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता. बार्टी ने फाइनल में अमेरिका की डैनिले कॉलिंस (Danielle Collins) को सीधे सेटों में 6-3, 7-6 से करारी शिकस्त दी थी. यह मुकाबला एक घंटा और 27 मिनट तक चला था.
बार्टी हमेशा ही तरोताजा (रिफ्रेश) होने के लिए क्रिकेट खेलती हैं. यह खेल उन्हें बेहद पसंद भी है. इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल से पहले भी एश्ले बार्टी ने मेलबर्न पार्क में क्रिकेट खेली थी. उन्होंने अपने टेनिस किट बैग को स्टंप के रूप में इस्तेमाल किया था. बार्टी ने इस दौरान बैटिंग और बॉलिंग दोनों की थी. इसके बाद ग्रैंड स्लैम के फाइनल में खिताब अपने नाम किया था.
वह 2011 में 15 साल की उम्र में विम्बलडन जूनियर चैम्पियन बनीं और उनका करियर शानदार नजर आ रहा था. 2014-2016 के बीच आराम लेकर टेनिस में वापसी करते हुए क्ले, ग्रास और हार्ड कोर्ट पर खिताब जीता. वह पिछले 44 सालों में ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बनी थीं.
बार्टी ने सिंगल्स में 15 टूर और 12 डबल्स खिताब जीते हैं. वह कुल 121 हफ्ते तक वर्ल्ड नंबर-1 प्लेयर रहीं, जिनमें पिछले 114 सप्ताह भी शामिल हैं. बार्टी ने पिछले 26 में से 25 मैच में जीत दर्ज की. बार्टी नंबर-1 रैंकिंग पर रहते हुए संन्यास लेने वाली दूसरी खिलाड़ी बन गई हैं. उनसे पहले जस्टिन हेनिन ने मई 2008 में नंबर एक पर रहते हुए टेनिस को अलविदा कहा था.