Novak Djokovic, Australian Open: दुनिया के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच की नए साल की शुरुआत शानदार नहीं रही है. 2022 का पहला बड़ा टेनिस टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन जल्द ही शुरू होने वाला है. नोवाक जोकोविच इसमें हिस्सा लेने ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे, लेकिन वैक्सीन सर्टिफिकेट ना होने की वजह से अब उन्हें वापस लौटने को कह दिया गया है. जबकि पहले आयोजकों की ओर से उन्हें छूट दी गई थी.
नोवाक जोकोविच को इस तरह छूट मिलने पर कई देशों ने आपत्ति जाहिर की थी, जिसके बाद ऑस्ट्रेलियन सरकार भी बैकफुट पर आ गई थी. ऐसे में नोवाक जोकोविच को वापस भेजने का फैसला करना पड़ा, लेकिन ये पूरा मामला क्या है जिसने टेनिस वर्ल्ड में भूचाल खड़ा कर दिया है.
सर्टिफिकेट दिखाने को लेकर थी आपत्ति
कोरोना संकट के बीच ऑस्ट्रेलिया में 2022 की शुरुआत में ही ऑस्ट्रेलियन ओपन की शुरुआत हो रही है. दुनिया के अलग-अलग हिस्सों की तरह यहां पर भी वैक्सीन सर्टिफिकेट को लेकर नियम बनाया गया है. हालांकि, नोवाक जोकोविच ने कुछ वक्त पहले आपत्ति जताई थी कि वह किसी को ये क्यों बताएं कि उन्होंने वैक्सीन ली है या नहीं. इसी विवाद के चलते उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन से अपना नाम भी वापस ले लिया था.
दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी का टूर्नामेंट से बाहर होना आयोजकों के लिए बड़ा झटका था. इसलिए तमाम कोशिशों के बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन की ओर से नोवाक जोकोविच को सर्टिफिकेट दिखाने से छूट दी गई. अभी जनवरी के शुरुआती दिनों में ही नोवाक जोकोविच ने ट्वीट कर बताया था कि वह कुछ मेडिकल छूट के साथ ऑस्ट्रेलिया पहुंच रहे हैं.
Mr Djokovic’s visa has been cancelled. Rules are rules, especially when it comes to our borders. No one is above these rules. Our strong border policies have been critical to Australia having one of the lowest death rates in the world from COVID, we are continuing to be vigilant.
— Scott Morrison (@ScottMorrisonMP) January 5, 2022
हालांकि, इसको लेकर कई देशों ने आपत्ति जाहिर कर दी थी जिसमें भारत भी शामिल रहा. ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को खुद आपत्ति जाहिर करनी पड़ी और कहा कि नियम हर किसी के लिए है, ऐसे में नोवाक जोकोविच को ऑस्ट्रेलियन ओपन में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा अगर वह वैक्सीन सर्टिफिकेट नहीं दिखाते हैं.
एयरपोर्ट पर रोका गया, होटल में रखा
इसी वजह से जब नोवाक जोकोविच ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न पहुंचे, तो वहां एयरपोर्ट पर उन्हें काफी देर तक रखा गया. इसके बाद उन्हें मेलबर्न के एक होटल में ले जाया गया, जहां क्वारनटीन किए जा रहे लोगों को रखा जा रहा है. नोवाक को यहां इसलिए ले जाया गया, ताकि वह यहां से ही सीधा वापसी की फ्लाइट पकड़ सकें.
ऑस्ट्रेलिया की बॉर्डर फोर्स की ओर से कन्फर्म किया गया कि नोवाक जोकोविच का वीजा रद्द कर दिया गया है, दूसरी ओर जोकोविच के वकील ने कोर्ट में इस मामले को लेकर अपील दाखिल कर दी है. ऑस्ट्रेलिया की राजनीति में भी इस पूरे विवाद को लेकर हंगामा मचा है, यही वजह रही कि ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को सफाई देनी पड़ी है.
भारत के अमन दहिया को भी वैक्सीन सर्टिफिकेट ना होने की वजह से ऑस्ट्रेलियन ओपन में एंट्री नहीं मिल रही है. जिसपर भारत ने खासी नाराजगी व्यक्त की थी, क्योंकि नोवाक जोकोविच समेत कुछ खिलाड़ियों को इसकी छूट दे दी गई थी. आपको बता दें कि कोरोना की नई लहर के बीच ऑस्ट्रेलिया ओपन की शुरुआत 17 जनवरी से हो रही है, जो 30 जनवरी तक चलेगा.