AUS Open 2022: विश्व के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ऑस्ट्रेलियाई ओपन में भाग लेना मुश्किल दिखाई दे रहा है. जोकोविच इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच गए थे. लेकिन वैक्सीनेशन की स्थिति से जुड़े दस्तावेजों की जांच के बाद उनका वीजा रद्द कर दिया गया.
नोवाक जोकोविच पहले खिलाड़ी नहीं है, जिनके साथ यह घटना हुई है. इससे पहले भारतीय जूनियर टेनिस खिलाड़ी अमन दहिया को भी आयोजकों ने प्रवेश देने से इनकार कर दिया था. आयोजकों ने तर्क दिया था कि अमन दहिया अब तक वैक्सीनेटेड नहीं है. 17 साल के दहिया ने इस टूर्नामेंट के जूनियर वर्ग के लिए क्वालिफाई किया था.
खेल मंत्रालय ने बुधवार को युवा भारतीय टेनिस खिलाड़ी अमन दहिया को एंट्री नहीं देने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. मंत्रालय से जुड़े सूत्र ने कहा था, 'भारत को दी जाने वाली इस तरह की तीसरी दुनिया का इलाज बंद होना चाहिए. यह अस्वीकार्य है. ऑस्ट्रेलियन ओपन के आयोजक इसके लिए दोषी हैं.'
मंत्रालय की प्रतिक्रिया नोवाक जोकोविच को ऑस्ट्रेलियन ओपन अधिकारियों से कोविड-19 टीकाकरण में चिकित्सकीय छूट प्राप्त करने के बाद आई थी. वहीं, दहिया को आयोजकों और विक्टोरिया सरकार ने प्रवेश से देने से मना कर दिया गया था। भारत भी इसी सप्ताह 14-18 वर्ष के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दहिया ने अन्य देशों में टीका लगवाने के विकल्पों पर ध्यान दिया, लेकिन लॉजिस्टिक्स और फंडिंग के मुद्दे इसमें अड़ंगा डाल गए.
वर्ल्ड नंबर 78 दहिया के कोच जिग्नेश रावल ने कहा था, यह नियम अलग नहीं होना चाहिए. यही कारण है कि निक किर्गियोस जैसे खिलाड़ी रोजर फेडरर और नडाल को तवज्जो देने की शिकायत करते रहे है. परिस्थितियां मायने नहीं रखतीं. नियम यह है कि यदि आपके पास दो टीके नहीं हैं, तो आप प्रवेश नहीं कर सकते, तो उन्होंने जोकोविच को परमिशन क्यों दी?'