भारत की डेविस कप टीम पाकिस्तान की यात्रा करने जा रही है. भारत सरकार ने अपनी डेविस कप टीम को पाकिस्तान जाने की मंजूरी दे दी है. लगभग 60 साल बाद भारतीय टीम डेविस कप मैच के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने जा रही है. पाकिस्तान उच्चायोग ने भारतीय डेविस कप टीम के खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए वीजा भी जारी कर दिया है. भारत-पाकिस्तान के बीच डेविस कप में वर्ल्ड ग्रुप-1 मैच 3 और 4 फरवरी को इस्लामाबाद में निर्धारित है.
ITF ने इस अनुरोध को किया था खारिज
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (ITF) ने इस मैच को किसी तीसरे देश में स्थानांतरित करने के अनुरोध को खारिज कर दिया था. इसके बाद अखिल भारतीय टेनिस संघ (AITA) ने सरकार से अपनी टीम को पाकिस्तान की यात्रा करने देने की मंजूरी मांगी थी. अगर भारतीय टीम दौर पर नहीं जाती तो अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ पाकिस्तान को वॉकओवर दे सकता था.
भारतीय डेविस कप टीम ने आखिरी बार 1964 में पाकिस्तान की यात्रा की थी. तब उसने पाकिस्तान को 4-0 से हरा दिया था. साल 2019 में दोनों टीमों का डेविस कप मुकाबला कजाकिस्तान में स्थानांतरित कर दिया गया था. तब एआईटीए ने राजनीतिक तनाव का हवाला देते हुए आईटीएफ से फेरबदल करने की गुजारिश की थी. उस समय एआईटीए का अनुरोध स्वीकार कर लिया गया था. भारतीय टीम रविवार को पाकिस्तान रवाना हो सकती है.
सुमित नागल ने नाम ले लिया था वापस
ऐसी संभावना है कि रामकुमार रामनाथन और एन श्रीराम बालाजी एकल मुकाबले खेलेंगे. सुमित नागल और शशिकुमार मुकुंद ने डेविस कप मुकाबले में भाग नहीं लेने का फैसला किया था. बालाजी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा 'युगल से एकल में उतरते समय चुनौती बैकहैंड क्रॉसकोर्ट से बचने की होती है. ग्रासकोर्ट मुझे रास आता है और जब मैं एकल खेलता था तो सर्व और वॉली पर ही फोकस रहता था.'
डबल्स मुकाबले में युकी भांबरी का खेलना तय है. युकी के साथ निकी पुनाचा या साकेत माइनेनी को उतारा जा सकता है. रोहन बोपन्ना डेविस कप से संन्यास ले चुके हैं और वह इस दौरे का पार्ट नहीं होंगे. बोपन्ना ने चंद घंटे पहले ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 में पुरुष डबल्स खिताब जीता है.