टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने वाले जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स रैंकिंग में लंबी छलांग मारी है. वह दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. ओलंपिक शुरू होने से पहले नीरज 16वें स्थान पर थे.
बता दें कि नीरज ने हाल में संपन्न ओलंपिक में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. उन्होंने जैवलिन थ्रो के फाइनल में 87.58 मीटर थ्रो करके गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था. यह भारत के लिए एथलेटिक्स में पहला ओलंपिक पदक है. वह ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय हैं.
दूसरे स्थान पर पहुंच चुके हैं नीरज के कुल 1315 अंक हैं. इस लिस्ट में जर्मनी के जोहानेस वेटर 1396 अंक के साथ टॉप पर बने हुए हैं. वेटर टोक्यो ओलंपिक में कोई कमाल नहीं कर सके. वह ओलंपिक में मेडल के प्रबल दावेदार के रूप में उतरे थे, लेकिन वह फाइनल में टॉप 8 में भी जगह नहीं बना सके.
वेटर ने दी थी नीरज चोपड़ा को चुनौती
जोहानेस वेटर और नीरज अच्छे दोस्त हैं. दोनों जब मैदान पर होते हैं तो एक दूसरे के तगड़े प्रतिद्वंद्वी होते हैं लेकिन मैदान के बाहर वो अच्छे दोस्त हैं. दोनों की मुलाकात साल 2018 में जर्मनी के ऑफेनबर्ग में हुई थी. दोनों एक ही सेंटर पर ट्रेनिंग लेते थे.
दरअसल, वेटर ने विश्व एथलेटिक्स द्वारा आयोजित मीडिया सम्मेलन में कहा था, ‘नीरज ने इस साल दो बार अच्छी दूरी तय की है. फिनलैंड में उनका भाला 86 मीटर से दूर गया. अगर वह स्वस्थ हैं और सही स्थिति में हैं, खासकर अपनी तकनीक से वह दूर तक भाला फेंक सकते हैं.’उन्होंने कहा, ‘उन्हें हालांकि मेरी चुनौती का सामना करना पड़ेगा. मैं टोक्यो में 90 मीटर अधिक दूरी हासिल करने की कोशिश करूंगा, ऐसे में उनके लिए मुझे हराना मुश्किल होगा.'
वेटर अपने बयान के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके. उन्हें क्वालिफिकेशन राउंड और फाइनल में मात मिली. अब देखना होगा कि वेटर कब तक पहले स्थान पर रहते हैं. 23 साल के नीरज चोपड़ा उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं.