Olympics 2020, India vs Argentina Women Hockey Semifinals: एक समय था जब भारतीय महिला हॉकी टीम की उप कप्तान और गोलकीपर सविता पूनिया को पैसों के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. ट्रेनिंग के लिए जाते समय उन्हें भारी किट होने की वजह से बस में जगह नहीं मिलती थी और ऑटो के किराये के पैसे उनके पास नहीं होते थे. इसके बावजूद भी उन्होंने पैसे की कमी को कभी अपनी कामयाबी के रास्ते का रुकावट नहीं बनने दिया. आज वो गोलकीपर के रूप में भारतीय हॉकी टीम के लिए एक दीवार बनकर खड़ी रहती हैं.
सविता पूनिया वर्तमान में टीम की बेहतरीन गोलकीपर हैं और टीम की उप कप्तान भी हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में सविता के दमदार प्रदर्शन की मदद से भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल हुई. दादा ने उन्हें प्रोत्साहन दिया. इसके बाद उन्होंने तेजी से अपने खेल में सुधार किया और तेजी से अपने कद को बढ़ाया. यही नहीं उन्होंने एशियाई खेलों में लगातार दो पदक भी जीते.
महिला हॉकी टीम की स्टार गोलकीपर सविता पुनिया के पिता ने कहा कि उत्साह भी है और तनाव भी है. मैं उम्मीद करता हूं कि आज का दिन बेहतर होगा. आज हॉकी का भी सेमीफाइनल है और दो कुश्तियों का भी सेमीफाइनल है. मैं उम्मीद करता हूं कि आज जो खिलाड़ी सेमीफाइनल खेलेंगे वो कल फाइनल में दिखाई देंगे. (इनपुट- मंजीत)
हॉकी खेलने के लिए सविता को उनके दादा महिंदर सिंह ने प्रोत्साहित किया था. हरियाणा के सिरसा की रहने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता का जन्म 11 जुलाई 1990 को हुआ. सविता 18 साल की उम्र से ही भारत के लिए खेल रही हैं. सविता के करियर में पैसों की कमी कई बार बाधा बनी लेकिन हमेशा उन्होंने अपने बुलंद हौसले से इस रुकावट से पार पा लिया.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन से खुश सविता पूनिया के पिता महेंद्र पूनिया ने बताया की उनकी बेटी के साथ-साथ पूरी भारतीय हॉकी टीम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसकी वजह से खुशी का माहौल है. उन्होंने कहा कि एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी ग्रामीणों ने जाहिर की है. साथ ही उम्मीद जताई कि टीम सेमीफाइनल में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और भारत के लिए गोल्ड मेडल लेकर आएंगे. वहीं, सविता की मां ने बताया कि उनकी बेटी बहुत अच्छा खेली है और आगे भी उम्मीद है कि अच्छा प्रदर्शन करेगी और भारत के लिए गोल्ड लेकर आएगी.
वर्ष 2017 में सविता पूनिया के दमदार प्रदर्शन की बदौलत महिला हॉकी एशिया कप में भारत ने चीन को हराकर चैंपियनशिप के खिताब पर कब्जा किया था. इस दौरान सविता पूनिया को उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए बेस्ट गोलकीपर का अवार्ड भी दिया गया था.